छतरपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. घासीराम पटेल आखिरकार पार्टी से चल रही नाराजगी के बाद अब खुलकर बगावत कर बैठे हैं। उन्होंने भोपाल के बसपा कार्यालय में पहुंचकर बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता लेते हुए जिंदगी भर बहुजनों, दलित, पिछड़ों और वंचित समाज के लोगों के लिए काम करने की कसम खा ली। उन्होंने कहा कि वे अभी बसपा में शामिल हुए हैं। यदि पार्टी ने चाहा तो वे राजनगर सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे।
उल्लेखनीय है कि डॉ. घासीराम पटेल राजनगर विधानसभा सीट से टिकिट की आशा में थे लेकिन पार्टी ने यहां से पुन: अरविंद पटैरिया को अपना प्रत्याशी बना दिया है। भाजपा से मिली इस बेरूखी के कारण डॉ. घासीराम पटेल ने पिछले दिनों ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को अपना इस्तीफा भेज दिया था और अब वे खुलकर बसपा में शामिल हो गए हैं। बसपा में शामिल होने के बाद दूरभाष पर चर्चा करते हुए डॉ. घासीराम पटेल ने कहा कि वे 1977 से अब तक भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहे लेकिन पार्टी ने कभी भी उन्हें अपना चुनाव चिन्ह देकर चुनाव नहीं लड़ाया। हर बार उनके साथ धोखा किया गया। पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक चुकी है। इस पार्टी में अब कार्यकर्ता की कोई कद्र नहीं है। मुझे कई वर्षों से अपमान झेलना पड़ रहा था इसलिए अब पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा को प्रदेश भर में भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। क्योंकि कार्यकर्ता पार्टी के फैसलों से नाराज हैं।