छतरपुर। छतरपुर जिले में शांतिपूर्ण निर्वाचन कराने के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कलेक्टर संदीप जीआर और एसपी अमित सांघी ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। भय, आतंक और प्रलोभन से चुनावों को प्रभावित न किया जा सके इसके लिए प्रशासन ने तगड़ी तैयारी कर ली है। अपराधी और बदमाश चुनावों से दूर रहें इसके लिए ऐसे असामाजिक तत्वों के विरूद्ध भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए पिछले एक महीने के भीतर ही जिले में 100 से ज्यादा बदमाशों को जिला बदर कर दिया गया है। 4 बदमाशों पर रासुका लगाई गई है तो वहीं लगभग ढाई हजार लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है।
प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक चुनावों को पारदर्शी और शांतिपूर्ण बनाने के लिए अब तक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के 1833 केस बनाए गए हैं। इनमें 2509 व्यक्ति शामिल हैं। जिले में 929 लोगों पर बाउण्ड ओवर और 1263 लोगों पर अन्य प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर उन्हें चेतावनी दी गई है। 103 लोगों के जिला बदर कर दिए गए हैं जबकि इतने ही लोगों के जिला बदर हो सकते हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव में अवैध शस्त्रों के उपयोग को रोकने के लिए भी बड़ी कार्यवाहियां की जा रही हैं। इसमें पिछले दिनों दो कट्टा फैक्ट्रियों पर छापेमारी कर अवैध हथियार पकड़े गए। अवैध शराब के मामले में भी अब तक अलीपुरा, गढ़ीमलहरा, हरपालपुर पुलिस के द्वारा लगभग 20 लाख रूपए से अधिक की शराब पकड़ी जा चुकी है। नगदी के लेनदेन को रोकने के लिए भी टीमें सक्रिय की गई हैं। सटई और कोतवाली पुलिस ने लगभग 6 लाख रूपए की नगदी को पकड़कर उसकी जांच शुरू की है। जिले में 54 फ्लाईंग स्कॉड टीमें एवं 25 खर्च का लेखा-जोखा जांचने वाली टीमें बनाई गई हैं। इन्हें एफएसटी और एसएसटी कहा जाता है। उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 1586 मतदान केन्द्र हैं इनमें 444 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील और 49 मतदान केन्द्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।