उल्टी दस्त के प्रकोप से दो बच्चों की मौत, दर्जनों बीमार

बमीठा। थाना क्षेत्र के ग्राम गंगवाहा में अज्ञात बीमारी फैलने के कारण दो बच्चों की मौत होने सहित दर्जनों लोगों के बीमार होने की खबरें जैसे ही सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुईं वैसे ही जिला मुख्यालय से लेकर प्रदेश की राजधानी भोपाल तक हड़कंप मच गया। बीमार होने वाले ग्रामीणों की संख्या में दिन भर इजाफा होता रहा, जिसके बाद शाम को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर डेरा जमा लिया और वहीं पर मरीजों का उपचार शुरु कर दिया। जिन मरीजों की हालत गंभीर मिली, उन्हे जिला अस्पताल रेफर किया गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार को ग्राम गंगवाहा निवासी 11 वर्षीय अरविंद आदिवासी और 5 वर्षीय रोशनी आदिवासी को उल्टी-दस्त होने पर उनके परिजनों ने बमीठा अस्पताल में भर्ती कराया था। चूंकि बमीठा अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त नहीं थीं इसलिए बच्चों के परिजन उन्हें दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में दोनों बच्चों की मौत हो गई। इसी बीच खबर आई कि गांव का 30 वर्षीय मिंजी उर्फ बोरा आदिवासी, 25 वर्षीय रामकली आदिवासी, 7 वर्षीय रामा आदिवासी सहित करीब एक दर्जन अन्य लोग भी मृत बच्चों की तरह उल्टी-दस्त से ग्रसित हो गए हैं। सोमवार की सुबह तक बीमार होने वाले लोगों का आंकड़ा निरंतर बढ़ता गया जिसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से यह खबर फैलना शुरू हुई और दोपहर तक बात भोपाल तक पहुंच गई। वहां गांव में बीमार हो रहे लोगों को लगातार बमीठा अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन यहां चिकित्सक न होने के कारण उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा था, लिहाजा मरीजों के परिजनों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई थी। दिन भर मरीजों की संख्या बढऩे की खबरें सामने आती रही, जिसके बाद शाम को स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्राम गंगवाहा पहुंची, जहां उल्टी-दस्त से ग्रसित मरीजों का परीक्षण शुरू किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरपी गुप्ता स्वयं टीम के साथ गंगवाहा पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को ओआरएस एवं उबला पानी पीने की सलाह दी। इसके साथ ही ग्रामीण जिस कुएं का पानी पी रहे थे, उसका सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया। गांव पहुंची टीम से जानकारी मिली है कि कुछ दिन पहले बीमार लोगों ने मछली का सेवन किया था, संभवत: उसी की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं। फिलहाल चिकित्सकों की टीम बीमार लोगों का निरंतर परीक्षण कर रही है तथा गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।