लवकुशनगर। करीब 10 दिन पहले नगर के प्रेम सागर तालाब के पास एक शादीशुदा महिला और उसके प्रेमी का जला हुआ शव मिला था। पड़ताल के दौरान मामला आत्महत्या का निकला, जिसके लिए महिला के पूर्व प्रेमी को दोषी पाया गया। दरअसल पूर्व प्रेमी को महिला के नए प्रेम-प्रसंग की जानकारी मिल गई थी, जिसके चलते उसके द्वारा महिला और उसके नए प्रेमी को ब्लैकमेल किया जा रहा था, इसी कारण से महिला ने अपने अपने प्रेमी के साथ आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने पूर्व प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक लवकुशनगर निवासी अ?भिलाषा उपाध्याय उम्र 27 वर्ष निवासी लवकुशनगर का करीब 8 वर्ष पूर्व सतना जिले की नागौद तहसील अंतर्गत आने वाले एक गांव के निवासी पप्पू उपाध्याय के साथ हुआ था। इस शादी से अभिलाषा के दो बच्चे हैं। गत माह अभिलाषा अपने पति पप्पू उपाध्याय से विवाद करके मायके आई थी। 18 अगस्त को अभिलाषा और गौरिहार थाना क्षेत्र के ग्राम खड्डी निवासी छोटू मिश्रा का जला हुआ शव लवकुशनगर के प्रेम सागर तालाब के किनारे लोहे की जंजीरों से बंधा हुआ मिला था। इस सनसनीखेज मामले को पुलिस ने गंभीरता से लेकर पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। विवेचना के दौरान पुलिस को पता चला कि पिछले तीन-चार वर्षों से अभिलाषा का प्रेम-प्रसंग मोनू उर्फ अमर रजक निवासी ग्राम बरों सिमरिया जिला रीवा से चल रहा था। किन्हीं कारणों से करीब दो माह पूर्व अभिलाषा ने अमर रजक से बात करना बंद कर दी थी। मायके आने के बाद अभिलाषा का प्रेम-प्रसंग ग्राम खड्डी निवासी छोटू मिश्रा (मृतक) उम्र 23 वर्ष से शुरु हो गया था, जिसकी जानकारी मोनू उर्फ अमर रजक को मिल गई थी। पुलिस द्वारा मौके एकत्रित किए गए भौतिक और तकनीकि साक्ष्यों से यह स्पष्ट हो गया था कि प्रेमी जोड़े ने आत्महत्या की है। पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि मोनू उर्फ अमर रजक के द्वारा अभिलाषा और छोटू मिश्रा को ब्लैकमेल कर प्रताडि़त किया जा रहा था, जिससे तंग आकर दोनों ने आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए। पुलिस ने मोनू उर्फ अमर रजक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध पंजीबद्ध किया तथा उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।