श्री कृष्णा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में चल रही खेल प्रीतियोगिताओं हुआ समापन
छतरपुर। श्री कृष्णा विश्वविद्यालय में चल रही खेल प्रतियोगिता के समापन दिवस पर खो-खो, टेबिल टेनिस शतरंज और केरम प्रीतियोगिता का फाइनल मैच हुआ। जिसमें शतरंज पुरुष वर्ग में फार्मेसी विभाग के कृष बुन्देला विजेता एवं फार्मेसी विभाग के ही शनि प्रताप सिंह उपविजेता तथा महिला वर्ग में विधि संकाय की ऋतू अनुरागी विजेता रही। वहीं कैरम प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में इंजीनियरिंग विभाग के सुमित राय विजेता एवं मो. आविद उपविजेता रहे तथा महिला वर्ग में फार्मेसी विभाग की सलोनी अहिरवार विजेता तथा इंजीनियरिंग विभाग की स्वीटी विश्वकर्मा उपविजेता रहीं। प्रतियोगिता में सम्मलित सभी छात्र-छात्राओं ने अपने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया। विजेता एवं उपविजेता खिलाडिय़ों को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदय द्वारा मैडल प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित किया और अपने उद्बोधन में समल्लित होने वाले खिलाडिय़ों को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेल का उद्देश्य आकस्मिक या संगठित भागीदारी के माध्यम से शारीरिक फिटनेस और मानसिक कल्याण को व्यक्त करना या सुधारने के साथ साथ सामाजिक संबंध को बनाना भी है और सभी स्तरों पर प्रतिस्पर्धा में परिणाम प्राप्त करना है। खेल बच्चों में रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है। खेल के माध्यम से मिलने वाली चुनौती विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती है खेल-खेल में शिक्षा बोझरहित व मनोरंजक होती है। इससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास पैदा होता है और विद्यार्थी स्वप्रेरित होते हैं। विद्यार्थियों के लिए खेल प्राकृतिक, सहज, आनंददायक एवं लाभप्रद होते है।
इस अवसर पर कुलसचिव विजय सिंह ने अपने उद्धबोधन में कहा कि खेलना हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है। यह हमारे हृदय और श्वसन प्रणाली को मजबूत बनाता है, मोटापे को कम करता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है, ऊर्जा को बढ़ाता है, शरीर को लचीला बनाता है, और मस्तिष्क को सक्रिय रखता है। यह स्वस्थ और फिट रहने के लिए आवश्यक है।
क्रीड़ा प्रभारी नीरज पटेल ने राष्ट्रीय खेल दिवस की महत्ता को बताते हुए कहा कि इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में खेलों को प्रोत्साहित करना और खिलाडिय़ों को सम्मानित करना है। राष्ट्रीय खेल दिवस 2024 खेल भावना की अपराजेय भावना और मेजर ध्यानचंद की चिरस्थायी विरासत का उत्सव है।
क्रीड़ा प्रभारी नीरज पटेल के निर्देशन में खेल प्रतियोगिताओं का सुचारु रूप से आयोजन किया गया इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदय बृजेन्द्र सिंह गौतम चेयरमैन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम, कुलगुरु डॉ. अनिल कुमार धगट, उपकुलगुरु डॉ. गिरीश त्रिपाठी, कुलसचिव विजय सिंह, सालाहकार डॉ. बी.एस. राजपूत, उपकुलसचिव डॉ. मेघना मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. आशीष कुमार पचौरी ने बधाई प्रेषित की।