पथराव काण्ड के मामले में राजनैतिक दलों का प्रतिनिधि मण्डल आया जिले में

छतरपुर। गत 21 अगस्त को कोतवाली में पुलिस पर पत्थर बरसाने के मामले में राजनीति शुरू हो गयी है। मौका पाकर राजनैतिक दल घटना को राजनैतिक अखाड़े के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। थाने पर अंधाधुंध पत्थर बरसाने वालों पर होने वाली सख्त कार्यवाही को यह दिखाने का प्रयास किया जा रहा है कि शासन-प्रशासन घोर अन्याय कर रहा है। विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने जिला मुख्यालय आकर हाजी शहजाद अली के गिराए गए आलीशन घर का दौरा करने के साथ-साथ रहने वाले लोगों से चर्चा की। प्रतिनिधि मण्डल का कहना है कि अपराधियों को सजा दी जाए लेकिन तानाशाही रवैया अपनाकर उनके घर मकान न तोड़े जाएं।
कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटैरिया ने मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि भाजपा सरकार आपसी सौहार्द को बिगाडऩे में लगी है। मलिक मोहम्मद जायसी, रसखान रहीम जैसे विद्वानों ने भक्ति गीत लिखे हैं। उन्होंने कहा कि देश में विदेशी हुकूमत के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के लड़ाई लड़ी गई है। आज हिन्दू-मुस्लिम में बांटने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता खुरकान खान ने कहा कि जो दोषी हो उसे सजा दी जाए लेकिन किसी एक का दोष पूरे परिवार पर नहीं थोपना चाहिए। सीपीएम के राज्य सचिव जसविंदर सिंह, पूर्व सांसद कंकर मुंजारे, इंटक से आरजी पाण्डेय, सीपीआई से शैलेन्द्र कुमार शैली, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेशाध्यक्ष मोनू यादव ने भी घटनाक्रम पर भाजपा सरकार को घेरा। प्रतिनिधि मण्डल ने जेल अधीक्षक से भी मुलाकात की। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष लखन पटेल, पूर्व सपा प्रत्याशी दशरथ यादव, अशोक मिश्रा, लोकेन्द्र वर्मा, दिलीप सिंह क्षत्रिय विशेष रूप से मौजूद रहे।