छतरपुर। देश में अस्सी प्रतिशत मौतें शुगर, बीपी एवं कैंसर जैसी बीमारियों से होती हैं इसलिए केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तीस साल से अधिक उम्र वाले करीब नब्बे करोड़ लोगों की शुगर, बीपी एवं कैंसर रोगों की जांच हेतु मेगा मुहिम शुरू की है यह मुहिम 31 मार्च तक चलेगी लेकिन जिला चिकित्सालय छतरपुर में पदस्थ पैथालॉजिस्ट डॉ. श्वेता गर्ग कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता लाने यह अभियान पहले से चला रही हैं। डॉ. श्वेता गर्ग गांव-गांव में शिविर लगाकर लोगों को कैंसर के लक्षण एवं निदान के बारे में जागरूक कर रही हैँ। उनके इस अभियान से कई कैंसर रोगी समय पर इलाज करवाकर इस जानलेवा बीमारी से जिंदगी की जंग जीत चुके हैं। अभी हाल ही में खजुराहो में चल रहे नृत्य महोत्सव 2025 में जहां एक ओर देश-विदेश के कलाकारों ने अपनी नृत्यकला का प्रदर्शन किया तो वहीं दूसरी ओर इस महोत्सव में सामाजिक जागरूकता की एक नई पहल देखने को मिली जिसमें डॉ. श्वेता गर्ग ने सान्वी चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से एक विशेष कैंसर जागरूकता स्टाल लगाया जिसमें लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति न केवल सचेत किया गया अपितु इसकी पहचान एवं बचाव की जानकारी दी गई।
शिविर में बताए लक्षण एवं निदान
शिविर में डॉ. श्वेता गर्ग ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं है बल्कि लोगों को जागरूक बनाना है ताकि वे खुद को एवं अपने परिवार को इस गंभीर बीमारी से बचा सकें, उन्होंने कहा कि कैंसर का इलाज संभव है लेकिन इसके लिए सही समय पर पहचान एवं सतर्कता जरूरी है। इस अवसर पर डॉ. श्वेता गर्ग ने लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का उत्तर देते हुए उनके संदेह को दूर किया। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि वे कैंसर के प्रति जागरूक रहें, सही समय पर जांच कराएं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, यही जीवन का असली नृत्य है स्वस्थ्य एवं खुशहाल रहने का नृत्य।
लोगों ने बताए शिविर के अनुभव
इस शिविर में आए एक व्यक्ति ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि मुझे कैंसर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी लेकिन यहां आने के बाद मुझे इसके लक्षण एवं बचाव के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिली है। अब मैं अपने दोस्तों एवं परिवार के लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करूंगा।
एक महिला ने बताया कि मेरे परिवार में एक सदस्य को कैंसर हो चुका है लेकिन हमें इसकी सही जानकारी नहीं थी जिससे इलाज में देरी हुई यह शिविर बहुत ही उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है।
एक नौजवान का कहना था कि वर्तमान जीवनशैली से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है इस शिविर में आने के बाद यह ज्ञात हुआ है कि नियमित जांच एवं सही खानपान से इस बीमारी से बचा जा सकता है। शिविर में अन्य कई लोग थे जिन्होंने इस तरह के शिविरों को इस बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए बहुत ही उपयोगी बताया। लोगों का कहना था कि इस क्षेत्र में जागरूकता की भारी कमी है जिस कारण लोगों को इस बीमारी का समय पर पता नहीं चल पाता और लोग असमय काल के गाल में समा जाते हैं। लोगों ने डॉ. श्वेता गर्ग के इस प्रयास को बहुत ही उपयोगी बताया।
ब्लड गु्रप जांच का वल्र्ड रिकार्ड बना चुकी हैं डॉ. गर्ग
डॉ. श्वेता गर्ग ऐसी चिकित्सक हैं जो जनता में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए कुछ न कुछ करती रहती हैं। उन्होंने ब्लड गु्रप जांच का वल्र्ड रिकार्ड बनाया है। अब वे कैंसर जैसी बीमारी के उन्मूलन हेतु जागरूकता अभियान चला रही हैं उनके इस अभियान से कई लोग समय पर इलाज कराकर लाभान्वित हो चुके हैं। डॉ. श्वेता गर्ग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति बुन्देलखण्ड की जनता को जागरूक करने में सफल होगी ऐसी उम्मीद की जा रही है। निश्चित रूप से उनका यह प्रयास शासन की मंशा के अनुकूल है अपितु लोगों के हित में भी है जिसके लिए डॉ. श्वेता गर्ग बधाई की पात्र हैं।