रैली निकाल की पुतला जलाने की कोशिश, पुलिस से हुआ टकराव
छतरपुर। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित सौरभ शर्मा मामले में उसे लोकायुक्त कोर्ट से जमानत मिलने के विरोध में छतरपुर में कांग्रेस ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस फैसले को सरकार की मिलीभगत का नतीजा बताते हुए सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर किया। प्रदर्शन के दौरान कोतवाली पुलिस के साथ झड़प हुई, जिसमें पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देशन में जिला कांग्रेस कमेटी ने छतरपुर में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। प्रदर्शन की शुरुआत कांग्रेस कार्यालय से हुई, जहां से कार्यकर्ता और पदाधिकारी नारेबाजी करते हुए छत्रसाल चौक की ओर बढ़े। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष महाप्रसाद पटेल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। छत्रसाल चौक पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला जलाने का प्रयास किया। हालांकि, कोतवाली पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए पुतला छीन लिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमा-झटकी हुई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का सहारा लिया और प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार कर दी। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष महाप्रसाद पटेल ने कहा कि सौरभ शर्मा मामले में सरकार के लोगों की मिलीभगत साफ दिख रही है। इस मामले की गहराई तक जांच होती तो कई बड़े नाम सामने आ सकते थे, लेकिन ऐसा होने से पहले ही सौरभ को लोकायुक्त कोर्ट से जमानत दे दी गई। यह प्रदेश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली सरकार का असली चेहरा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष महाप्रसाद पटेल ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं की, तो कांग्रेस बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करेगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष महाप्रसाद पटेल के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस सरमन लाल मिश्रा, जिला प्रवक्ता संतोष तिवारी, सियाराम रावत, अवधेश सोनकिया, विशाल शर्मा, विवेक अग्रवाल, कांग्रेस आईटी सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपांशु यादव, शिव सिंह यादव, हरनारायण यादव, देवेंद्र अरजरिया, मंजू शर्मा, पाशा सिद्दीकी, कपिल रिछारिया, विशाल शर्मा, कृष्णकांत पटेल, लक्ष्मण पटेल, शुभम दुबे, शुभम तिवारी, आदर्श रावत, नरेश पटेल, राजबहादुर सिंह, जानकी कुशवाहा, शशांक गोस्वामी आदि मौजूद रहे।