छतरपुर। जिला अस्पताल में बाईक चोरियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। दूरदराज क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग अपने मरीजों का इलाज कराने जिला अस्पताल आते हैं लेकिन बाहर निकलने पर जब उनकी बाईक गायब मिलती है तो उनके पैरों तले जमीन खिसक जाती है। कहने को तो सुरक्षा के नाम पर पूरे परिसर में 42 कैमरे लगे हैं और 15 गार्ड भी तैनात हैं लेकिन ये भी सुरक्षा के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं।
इस मामले में सीएमएचओ डॉ. गुप्ता ने बताया कि कलकत्ता की घटना और न्यायालय के आदेश के बाद अस्पताल परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम और भी पुख्ता किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस सिलसिले में कलेक्टर पार्थ जैसवाल और एसपी अगम जैन द्वारा अस्पताल परिसर का बीते दिनों निरीक्षण भी किया गया था। हालांकि इस समय 15 गार्ड ड्यूटी पर तैनात हैं लेकिन वे वाहनों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में इन गार्डों को ट्रेनिंग दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। जिला अस्पताल परिसर काफी बड़ा क्षेत्र है जिसकी देखभाल के लिए लगभग 40 से 50 गार्डों की आवश्यकता है तभी इस तरह के मामले रूक सकेंगे। इन व्यवस्थाओं के लिए जल्द ही कलेक्टर से मीटिंग करके व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।