छतरपुर। बिजावर वनपरिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम मैंदनीपुरा के समीप  5 दिसम्बर को एक लोहे के फंदे में जंगली जीव तेंदुआ फंसा हुआ पाया गया था जिसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया था और बाद में इस तेंदुए की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले की जांच करते हुए वन अमले ने गांव के ही पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने जंगली जानवर सुअर के शिकार के लिए यह तार बांधा था जिसमें फंसकर तेंदुए की मौत हो गई थी।
बिजावर वन परिक्षेत्र के रेंज ऑफिसर एके तिवारी ने बताया कि तेंदुए की मौत के बाद उसका पोस्टमार्टम कर उसका दाह संस्कार किया गया था और फिर इस मामले की जांच शुरू की गई थी। जांच में पाया गया कि मैंदनीपुरा निवासी हरिशंकर तिवारी, जगदीश विश्वकर्मा, बल्ला आदिवासी, दयाराम सेन, रंका आदिवासी ने ही जंगली सुअर के शिकार के लिए यह तार बांधा था जिसमें अचानक तेंदुआ फंस गया। इस तार में फंसे तेंदुए को कई दिनों तक भोजन नहीं मिला जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी। बाद में ग्रामीणों की सूचना पर पन्ना से आई रेस्क्यू टीम ने इस तेंदुए का ऑपरेशन किया था लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी थी। अब इस मामले में पकड़े गए पांचों आरोपियों पर वन अधिनियम 1927 के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा कायम कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।