गांधी आश्रम में हुआ रचना गोष्ठी का आयोजन
छतरपुर। बीती शाम गांधी आश्रम में हिंदी साहित्य सम्मेलन छतरपुर इकाई द्वारा एक रचना गोष्ठी का आयोजन किया गया। रचना गोष्ठी में नगर के साहित्य प्रेमी, कवि कलाकार, लेखक जन शामिल हुए। डॉ. बहादुर सिंह परमार के मार्गदर्शन में हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता दमयंती पाणि द्वारा की गई। रचना गोष्ठी का शानदार संचालन प्रमोद सारस्वत द्वारा किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ स्मिता जैन ने सरस्वती वंदना के साथ किया, तत्पश्चात सभी रचनाकारों ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इकाई के संरक्षक डॉ बहादुर सिंह परमार ने आगामी 14,15 एवं 16 जून को भोपाल में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन की सूचना देते हुए नवगठित इकाई के पहले कार्यक्रम पर सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी और लेखक से मिलिए कार्यक्रम को निरंतरता प्रदान करने की बात कही।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष संतोष कुमार द्विवेदी ने प्रकृति प्रेम और वर्तमान संदर्भ को जोड़ती हुई कविता नदी ने कहा सुनाई। हिंदी साहित्य सम्मेलन छतरपुर इकाई के अध्यक्ष नीरज खरे ने किसान जीवन पर आधारित दोहे प्रस्तुत करते हुए कहा- देख दशा संसार की बब्बा की जा राय, को रखवारी करे जब, खेत बिजूकौ खाय। शिवेन्द्र शुक्ला ने व्यंग्य नेकी कर फेसबुक इंस्टा पर डाल का पाठ किया। संध्या श्रीवास्तव ने अपने जीवन अनुभवों से वर्तमान को जोड़ते हुए कविता प्रस्तुत की।
आभा श्रीवास्तव ने पुस्तकालय के प्रति लोगों के जीवन में आए बदलाव को रेखांकित करते हुए बहुत ही मार्मिक कविता सुनाई। विदुषी साहित्यकार शोभा शर्मा ने स्वरचित लघु कथा जाति का वाचन किया। अवनींद्र खरे अंशुमान, सीताराम साहू निर्मल, शबीह हाशमी, अभिदीप सुहाने, अजय मोहन तिवारी, निदा रहमान, ने भी मन को आनंदित कर देने वाली गज़़ल और कविताओं की प्रस्तुति दी। गोष्ठी में प्रेम नारायण मिश्रा, भागीरथ जी,संगीता, यशस्वी व अन्य साथी भी मौजूद रहे।