छतरपुर। 24 जून 24 को थाना राजनगर के ग्राम नहदौरा में एक बंद घर के अंदर से खून निकलने संबंधी सूचना पर राजनगर पुलिस तत्काल रवाना होकर घटना स्थल पहुँची।  एक महिला पंलग पर रक्त रंजित अवस्था में लेटी थी, धारदार हथियार से हत्या की गई थी। महिला की पहचान रजवा अहिरवार पति खेमचन्द्र पटेल उम्र 40 साल निवासी नहदौरा के रूप में की गई थी। पुलिस ने हत्या का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था।
पुलिस अधीक्षक अगम जैन द्वारा उक्त अंधे हत्याकांड के खुलासे एवं आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 10 हजार रूपये का ईनाम उद्घोषित किया गया था। पुलिस टीम के द्वारा आरोपी की तलाश की जा रही थी, क्षेत्र में मूवमेंट करने वाले संदिग्ध की भी जानकारी एकत्र की गई। एकत्रित साक्ष्य व सूचना के अनुसार मृतिका रजवा अहिरवार की हत्या उसके पति खेमचन्द्र पटेल के द्वारा करना पाया गया। जो घटना करके फरार हो गया था।
खेमचन्द्र पटेल के द्वारा वर्ष 1998 में अपनी पहली पत्नी और अपनी तीन वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी थी, आऱोपी खेमचन्द्र के विरुद्ध थाना राजनगर पर हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
पुलिस टीम द्वारा पत्नी की हत्या के आरोपी खेमचंद पटेल की हर संभावित स्थानों में तलाश की जा रही थी, आरोपी के सिंगरो के जंगल में होने की सूचना प्राप्त हुई। पुलिस टीम ने संबंधित स्थान पर पहुंचकर आरोपी को पकड़ा। आरोपी के पास से प्रयुक्त कुल्हाडी औऱ घटना के समय पहने कपडे जब्त किये गये। आरोपी के द्वारा बताया गया कि उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था जिस कारण हत्या की थी।  
उक्त कार्यवाही  थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक अरविंद कुजूर, थाना प्रभारी राजनगर  उपनिरी0 सिद्धार्थ शर्मा, उपनिरी केएल दाहिया, उनि.मनभरण सिंह, सउनि रामरतन गोस्वामी, प्रआर सूर्यप्रकाश बाजपेयी, हेमराज यादव, आर संजय सिंह, शिवकुमार पाल, अंकित द्विवेदी,  शत्रुघन कुशवाहा, प्रभात द्विवेदी, आर. संतोष सिंह, धीरेन्द्र पटेल चालक नारायन सिहं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।