छतरपुर। वन परिक्षेत्राधिकारी बड़ामलहरा राजेंंद्र पस्तोर की लगातार कार्यवाही से माफियाओं से हडक़ंप मचा हुआ है। वीते दिनों वन विभाग बड़ामलहरा ने रेत से भरे 2 ट्रैक्टर पकड़े थे। वहीं वीती रात घुवारा के समीप ने वन विभाग ने रेत से भरा हाइवा जप्त किया है। जप्त हाइवा को माफियाओं द्वारा छुड़ाने का प्रयास किया गया परंतु हाइवा को बड़ामलहरा डिपो में रखवाकर कार्यवाही की गयी है।
जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर वन मण्डलाधिकारी सर्वेश सोनवानी के निर्देशन में वन परिक्षेत्राधिकारी राजेंद्र पस्तोर ने कार्यवाही करते हुए वीती रात 12.30 बजे सोरखी से घुवारा रोड पर वन भूमि से अवैध उत्खनन कर रेत ले जाते हाइवे (यूपी 93 बीटी 4513) को जप्त किया है। वन अमला जब हाइवा को बड़ामलहरा डिपो ला रहा था तभी माफियाओं ने हाइवा के आगे बोलेरो वाहन (यूपी 95 एच 9135) को लगा दिया एवं हाइवा को छुड़ाने का प्रयास किया परंतु वन अमले द्वारा हाइवा को जाने नहीं दिया गया एवं माफिया मौके से बोलेरो लेकर भाग गए। विभाग ने वन अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए राजसात हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को प्रतिवेदन भेजा है एवं विभाग द्वारा वोलेरों की तलाश की जा रही है। कार्यवाही में आलोक पचोरी कार्यवाहक वनपाल, इसरार अहमद वनरक्षक, रीतेश दीक्षित वनरक्षक, लक्षमी प्रजापति वनरक्षक, अनुपम विस्करमा  वृजेश सोनी वनरक्षक एवं सुरक्षा कर्मी शामिल रहे।
अवैध उत्खनन के संबंध में कलेक्टर ने ज्वाइंट निरीक्षण के दिए थे निर्देश
कलेक्टर पार्थ जैसवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में टॉस्क फोर्स समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार, डीएफओ सर्वेश सोनवानी, डिप्टी कलेक्टर जी.एस. पटेल सहित संबंधित सदस्य उपस्थित रहे।  कलेक्टर श्री जैसवाल ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन विभाग से संबंधित भूमि पर अगर कोई निर्माण कराया जाना है तो वन एवं राजस्व के अधिकारी संयुक्त रूप से निरीक्षण करें। साथ ही अवैध उत्खनन की शिकायतों के संबंध में संयुक्त रूप से निरीक्षण करें।