छतरपुर। गत रोज कोतवाली थाना में एक युवक ने उस वक्त जहर खा लिया जब उसकी पत्नी ने आपसी विवाद के चलते तलाक मांग कर बच्चे को उसके हवाले करने से मना कर दिया। घटना के बाद पुलिस द्वारा युवक को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। समय पर इलाज मिल जाने से युवक की हालत खतरे से बाहर है।
यह है मामला
किशोर सागर के समीप बकायन खिड़की इलाके में रहने वाले मुकेश पुत्र रामकृपाल प्रजापति उम्र 34 वर्ष ने बताया कि उसका विवाह कुछ वर्ष पहले पठापुर रोड पर रहने वाली सुषमा प्रजापति के साथ हुआ था। दोनों का एक बेटा रुद्राक्ष उम्र 2 वर्ष है। मुकेश के मुताबिक रक्षाबंधन से पहले वह अपनी पत्नी और बच्चे को उसके मायके छोड़ आया था। मुकेश के पुत्र रुद्राक्ष को सर्दी थी, जिसकी दवा उसकी पत्नी घर पर छोड़ गई थी और मायके में किसी ने दवा नहीं दिलाई, जिससे नाराज होकर मुकेश अपनी पत्नी को लेने उसके मायके गया। मुकेश का कहना है कि उसके साले सोनू प्रजापति द्वारा पत्नी और बच्चे को वापिस नहीं आने दिया जा रहा था, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और सोनू ने उसके पैर में कुल्हाड़ी मार दी। इस घटना की शिकायत कोतवाली थाना में की गई थी। मुकेश के मुताबिक उक्त घटना के दो दिन बाद पत्नी सुषमा ने उसे फोन लगाकर तलाक मांगा, जिस पर मुकेश बच्चे को उसके हवाले किए जाने की शर्त पर राजी हो गया। शर्त के मुताबिक सुषमा ने रुद्राक्ष (पुत्र) को मुकेश के हवाले भी कर दिया था लेकिन इसके अगले दिन ही पत्नी अपने मायके वालों को लेकर कोतवाली थाना पहुंच गई और बच्चा वापिस दिलाकर तलाक कराने की मांग पुलिस से की। सुषमा की शिकायत के बाद पुलिस ने मुकेश को थाने बुलाया और बच्चा वापिस मां को लौटाने के लिए कहा। मुकेश ने शांति प्रस्ताव रखा लेकिन पत्नी सुषमा और उसके मायके वाले नहीं माने। इसी बात से दुखी होकर मुकेश ने कोतवाली में ही जहर खा लिया।