छतरपुर। महाराजपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बीच अंतर्कलह की तस्वीर खुलकर सामने आ गयी है। पार्टी के द्वारा यहां वर्तमान विधायक नीरज दीक्षित को दोबारा टिकिट दिए जाने से नाराज टिकिट के दावेदार अजय दौलत तिवारी ने अपने समर्थकों के साथ प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ को इस्तीफा भेजते हुए बगावत का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि वे महाराजपुर सीट पर समाजवादी पार्टी की टिकिट से प्रत्याशी हो सकते हैं।
शुक्रवार को अजय दौलत तिवारी ने नौगांव के कैफेटेरिया में एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए साफ कर दिया कि वे पार्टी द्वारा नीरज दीक्षित को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने लगातार 5 साल से धोखे और साजिश करने वाले विधायक नीरज दीक्षित को ही टिकिट दे दिया है जो कि कार्यकर्ताओं और क्षेत्र की जनता को मंजूर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक नीरज दीक्षित का पूरा परिवार 5 वर्षों तक भ्रष्टाचार में लिप्त रहा। क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्यों में घटिया गुणवत्ता और कमीशनखोरी की जा रही है। क्षेत्र की जनता ने उन्हें महल की राजनीति के खिलाफ मैदान में उतारा था लेकिन उन्होंने क्षेत्र की जनता को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि जनता इस बार उन्हें माफ नहीं करेगी। श्री तिवारी ने कहा कि नीरज दीक्षित के द्वारा निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ खुलकर काम किया गया, वे भाजपा के एजेंट की तरह काम करते रहे और इसके सबूत भी पार्टी को सौंपे गए थे फिर भी बगैर किसी सर्वे के उन्हें टिकिट दिया गया जिससे हम सभी कार्यकर्ता पार्टी छोडऩे के लिए मजबूर हैं। सपा से चुनाव लडऩे के सवाल पर अजय दौलत तिवारी ने कहा कि फिलहाल वे अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से चर्चा कर रहे हैं हालांकि समाजवादी पार्टी के नेताओं से उनका संवाद जारी है। माना जा रहा है कि वे सपा से महाराजपुर सीट के प्रत्याशी तय कर दिए गए हैं सिर्फ सूची आने की देरी है।