20 मिनिट के अंतराल में वृद्ध पति-पत्नी ने त्यागे प्राण
नौगांव। नगर से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम भदेसर से एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जिससे पूरा गांव शोकग्रस्त है। बताया गया है कि भदेसर निवासी एक वृद्ध की बीमारी के चलते मौत हो गई थी, जिसके करीब 20 मिनिट बाद ही उसकी विकलांग पत्नी ने स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पति-पत्नी को एक ही चिता पर लिटाकर परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार किया गया। चूंकि परिजनों ने शुरुआत में आत्महत्या की बात छिपाई थी, जिसके चलते अब पुलिस और प्रशासन की टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
यह है मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भदेसर निवासी बाबा उर्फ ततूरा राजपूत उम्र 90 वर्ष का बीमारी के चलते सोमवार की दोपहर करीब 2 बजे निधन हो गया। जैसे ही पति की मौत की खबर 85 वर्षीय विकलांग पत्नी जमनी बाई को मिली वह अत्यंत दुखी हो गई तथा जीवनसाथी के बिना जीवन जीने की कल्पना करते हुए भावनाओं के बवंडर में घिरकर उसने स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या कर ली। जब तक परिवार और पड़ोसी मौके पर पहुंचे तब जमीनी बाई की भी मौत हो चुकी थी। इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध और शोकग्रस्त कर दिया। भदेसर के पूर्व सरपंच जाहर सिंह और ग्रामीण प्रेम राजपूत ने बताया कि विकलांग जमनी बाई अपने पति बाबा उर्फ ततूरा से बहुत प्रेम करती थी और अक्सर अंतिम सांस तक पति का साथ देने की बात कहा करती थी। अब दोनों की एक साथ मौत होने के बाद गांव के लोग जमनीबाई की बातों को याद कर रहे हैं। वृद्ध दंपत्ति के चार पुत्र थे, जिनमें से दो की मृत्यु हो चुकी है। शेष दो बेटों ने अपने माता-पिता का एक साथ अंतिम संस्कार किया। जब पति-पत्नी की एक साथ चिता बनी तो, गांव के लोग बेहद भावुक नजर आए। बताया गया है कि मृतक दंपत्ति के परिजनों ने शुरुआत में घटना की सच्चाई छिपाने का प्रयास किया था। उनका कहना था कि बाबा की मृत्यु के कुछ समय बाद जमनीबाई की अचानक ही मौत हो गई, लेकिन बाद में पता चला कि जमनीबाई ने पति वियोग में आत्महत्या की है, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और अब मामले की जांच की जा रही है।