समाजसेवी बॉबी तिवारी की संदिग्ध मौत
छतरपुर। युवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष और वर्तमान में सामाजिक कार्यों में शामिल रहने वाले विजयानंद उर्फ बॉबी तिवारी की मंगलवार को संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। उनका शव छतरपुर के गांधी आश्रम में स्थित एक पुराने कुएं से बाहर निकाला गया।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के बजरंगनगर कॉलोनी में रहने वाले 45 वर्षीय विजयानंद तिवारी उर्फ बॉबी तनय बद्रीनाथ तिवारी पिछले लगभग दो वर्षों से गांधी आश्रम में संचालित होने वाली सेवाओं में सहयोगी की भूमिका निभा रहे थे। वे अक्सर दिन के वक्त गांधी आश्रम में ही बिताते थे। मंगलवार को भी दोपहर में गांधी आश्रम के भीतर मौजूद एक कुएं के समीप थे। कुछ देर बाद स्थानीय लोगों को उनके कुएं में गिरने की आवाज सुनाई दी। गांधी आश्रम में काम करने वाले लोगों ने दौड़कर उन्हें कुएं से बाहर निकाला जहां वे बेसुध पड़े हुए थे। बॉबी तिवारी को तैरना भी आता था इसके बावजूद कुएं में डूबने से उनकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को होगा। बॉबी तिवारी की मृत्यु कैसे हुई इसको लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। यह दुर्घटना है या फिर आत्महत्या इस बारे में पोस्टमार्टम के बाद ही सही जानकारी सामने आ सकेगी। बुधवार की सुबह जिला अस्पताल में बॉबी तिवारी का पोस्टमार्टम किया जाएगा और इसके बाद उनका अंतिम संस्कार होगा।