छतरपुर। जिले में इस बार किसानों की मूंगफली की बंपर पैदावार हुई है इसके बावजूद किसानों को उनके मुताबिक दाम न मिल पाने के कारण उनके चेहरों पर मायूसी देखी जा रही है। किसानों ने बताया कि खाद, बीज में दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है लेकिन सरकार उनकी फसलों के सही दाम नहीं दे रही है।
ग्राम छापर से छतरपुर गल्लामण्डी में अपनी मूंगफली की फसल बेचने आए भगवानदास ने बताया कि इस बार मूंगफली की पैदावार अच्छी हुई है लेकिन ज्यादा मात्रा में मूंगफली होने के कारण उन्हें सस्ते दामों पर बेचना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष मूंगफली के दाम 5 से 6 हजार रूपए प्रति क्विंटल थे लेकिन इस बार साढ़े तीन हजार से चार हजार रूपए क्विंटल से ज्यादा में मूंगफली के कोई दाम नहीं दे रहा है। इसी तरह किसान संतोष राजपूत का कहना है कि पैदावार तो अच्छी हुई है लेकिन किसानों को कुछ खास लाभ नहीं मिल पा रहा है। लागत के हिसाब से उन्हें ज्यादा कुछ नहीं बचता। उन्होंने कहा कि लागत महंगी और फसल के दाम कम हैं। इसी तरह किसान किशोरीलाल रैकवार ने कहा कि इस बार खेती में अच्छी फसल हुई है। लेकिन मूंगफली के दाम साढ़े तीन से चार रूपए रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच रहे हैं। इससे ज्यादा की नहीं बिक पा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से खाद, बीज के दामों में वृद्धि हो रही है उस तरह से फसल के भी अच्छे दाम मिलना चाहिए लेकिन वह नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें फसल के अच्छे दाम दिलाए जाएं।