छतरपुर। पर्यटक ग्राम बसारी में इस वर्ष 17 फरवरी से 22 फरवरी तक बुन्देली परंपराओं पर आधारित खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का बुन्देली उत्सव आयोजित किया जाएगा। पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह बुन्देला के संरक्षण में सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़े नागरिकों व जन शिक्षण संस्थान के द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को छतरपुर में महोत्सव की तैयारी के लिए पहली बैठक का आयोजन किया गया जिसमें रूपरेखा तैयार की गई।
समिति की ओर से शंकर प्रताप सिंह बुन्देला ने बताया कि कोरोना के प्रकोप के चलते 2 वर्षों तक बुन्देली उत्सव स्थगित रहा। इस वर्ष बुन्देली उत्सव का 25वां वर्ष होने के कारण इसे रजत जयंती वर्ष के रूप में अधिक उत्साह के साथ आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 17 फरवरी को दंगल, चौपड़ जैसी प्रतियोगिताओं के साथ इस उत्सव की शुरूआत होगी। तदोपरांत 3 दिनों तक ग्रामीण खेलों कबड्डी, खो-खो, नौका दौड़, अश्व नृत्य का आयोजन होगा जबकि आखिरी तीन दिनों में संध्याकाल के दौरान सांस्कृतिक गायन और वादन की प्रतियोगिताएं भी होंगी। इस वर्ष रजत जयंती उत्सव होने के कारण अन्य राज्य की कोई विशेष प्रस्तुति भी शामिल की जाएगी तो वहीं आयोजन स्थल पर टपरा टॉकीज के माध्यम से बुन्देली फिल्मों का प्रसारण भी किया जाएगा। इस बैठक में आयोजन समिति के डॉ. बहादुर सिंह परमार, हरि सिंह घोष, शिवेन्द्र शुक्ला, नीरज खरे, नीरज सोनी, घासीराम साहू, चौबे चौधरी, शंकर सोनी, दिल्लू राजा, अतीनेन्द्रमणि त्रिपाठी, लखन दुबे सहित अन्य लोग मौजूद रहे।