बक्सवाहा। शासकीय नवीन महाविद्यालय बक्सवाहा में बाल संरक्षण के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों और आगाज़ इंटर्नशिप 4.0 के इंटन्र्स का अहम योगदान रहा।
कार्यक्रम के दौरान आगाज़ इंटर्नशिप के इंटर्न, प्रथम बिल्थरे और प्रतीक्षा यादव ने बाल संरक्षण के महत्व पर अपने विचार रखे। प्रथम बिल्थरे ने चित्रकला के माध्यम से बाल हिंसा को समाप्त करने के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, बाल हिंसा समाज में घातक प्रभाव डालती है, इसे रोकने के लिए हमें बच्चों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ानी होगी। चित्रकला के माध्यम से हम यह संदेश बच्चों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं।
प्रतीक्षा यादव ने बाल मजदूरी के विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया, बाल श्रम बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में रुकावट डालता है। यह जरूरी है कि हम बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करें। चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के जरिए हम तुरंत सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों ने इस कार्यक्रम में अपनी भूमिका निभाते हुए कॉलेज के विद्यार्थियों को बाल हिंसा और बाल श्रम के खिलाफ जागरुक किया। एनएसएस प्रभारी  और महाविद्यालय के अन्य शिक्षकों ने इस प्रयास को सराहा और बच्चों में समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराने के महत्व को उजागर किया। एनएसएस के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम के दौरान बच्चों के बीच चित्रकला और संवाद के माध्यम से बाल संरक्षण की अवधारणा को स्पष्ट किया।
आगाज़ इंटर्नशिप 4.0 के इंटन्र्स, प्रथम बिल्थरे और प्रतीक्षा यादव ने कार्यक्रम को एक नई दिशा दी। प्रथम बिल्थरे ने चित्रकला के माध्यम से बाल हिंसा के खिलाफ संदेश दिया और छात्रों को इससे बचाव के उपायों से अवगत कराया। वहीं, प्रतीक्षा यादव ने बाल मजदूरी के खतरों और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के महत्व को बताया। आगाज़ इंटर्नशिप के इस प्रयास से छात्रों में जागरुकता का संचार हुआ और बाल संरक्षण के प्रति उनके मन में गहरी समझ बनी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्पा सामवेदी और एनएसएस प्रभारी ने इस पहल को सराहा और आगाज़ इंटर्नशिप की टीम के प्रयासों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि एनएसएस और आगाज़ इंटर्नशिप के सहयोग से यह कार्यक्रम सफलता के नए आयाम छू रहा है और इससे बच्चों में बाल संरक्षण के प्रति जागरुकता का स्तर बढ़ेगा।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. पुष्पा सामवेदी ने कहा, यह कार्यक्रम बाल हिंसा और बाल श्रम को समाप्त करने के लिए एक सराहनीय कदम है, और एनएसएस और आगाज़ इंटर्नशिप की साझेदारी से यह पहल प्रभावी रूप से संपन्न हो पाई। उन्होंने कहा की कार्यक्रम बाल हिंसा और बाल श्रम को समाप्त करने के लिए एक सराहनीय कदम है, और एनएसएस और आगाज़ इंटर्नशिप की साझेदारी से यह पहल प्रभावी रूप से संपन्न हो पाई है।