छतरपुर। भ्रष्टाचार पर सरकार की सख्ती के बाद जाँच एजेंसियां भी सतर्क हैं और भ्रष्टाचारी के खिलाफ़ पैनी नजर बनाये हुए है। सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने ऐसे ही एक भ्रष्ट शासकीय सेवक के खिलाफ छापामार कार्यवाही की है, आरोपी एक सहकारी समिति में सेल्समैन है और अभी तक की कार्यवाही में उसके पास से  200 प्रतिशत से अधिक अनुपातहीन संपत्ति होने का खुलासा हुआ है।
लोकायुक्त पुलिस सागर एसपी योगेश्वर शर्मा ने बताया कि सेवा सहकारी समिति धवाड़, थाना खजुराहो के विक्रेता अरुण कुमार गुप्ता पिता शंकर लाल गुप्ता के विरुद्ध वैध आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की शिकायत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर कार्यालय को मिली थी जिसका सत्यापन कराने पर प्रारंभिक रूप से शिकायत सही पाए जाने पर शनिवार को लोकायुक्त की टीम ने छापा मार कार्यवाही की।
आय से अधिक संपत्ति के प्रमाण मिले  
डीएसपी मंजूसिंह के नेतृत्व में निरीक्षक अभिषेक वर्मा एवं  रणजीत सिंह के साथ 10 सदस्यीय दल द्वारा सेल्समैन अरुण कुमार गुप्ता के निवास स्थान ग्राम धवाड़ तहसील राजनगर में तड़के सुबह 6 बजे छापामार तलाशी कार्रवाई प्रारंभ की गई, जिसमें अभी तक की तलाशी कार्यवाही में लगभग 213 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति होने के प्रमाण मिले है।
तलाशी के दौरान लोगों के साइन करे खाली चेक मिले  
अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक आरोपी सेल्समैन अरुण कुमार गुप्ता के निवास पर विलासिता की सभी वस्तुएँ पायी गई। तलाशी के दौरान लोगों के हस्ताक्षरित खाली चेक पाये है। अन्य लोगों की रजिस्ट्रियां भी मिलीं। जिसके संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है कि आरोपी ब्याज पर पैसा देने का कार्य करता है, जिसके बदले में ऋण प्राप्तकर्ता से हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक ले लेता था।
10 से अधिक रजिस्ट्री, 20 से अधिक चेक बुक  
आरोपी के द्वारा प्रॉपर्टी में भी निवेश करने के प्रमाण मिले है, 10से अधिक रजिस्ट्री मिली हैं। 20 से अधिक चेकबुक/पासबुक छापे के दौरान मिलीं हैं। आरोपी एवं परिजनों के अन्य बैंक खातों की जानकारी ली जा रही है।
15 हजार रुपये महीना वेतन वाला सेल्समैन करोड़पति
लोकायुक्त एसपी ने बताया कि जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक अरुण कुमार गुप्ता ने करीब 20  साल पहले नौकरी ज्वाइन की थी तब उसका वेतन 1500/- रुपये रहा होगा और वर्तमान में उसका वेतन 15 हजार रूपए मासिक है, अंदाजा लगाया गया कि यदि वैध आय की गणना की जाये तो अरुण कुमार गुप्ता के पास 8 लाख की संपत्ति होनी चाहिए लेकिन ये करोड़ों में निकली है, लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा का कहना है कि ये संपत्ति और अधिक हो सकती है सभी दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद सही आंकड़ा सामने आएगा।