हरपालपुर। नगर में तमाम प्रयासों के बाद भी कोचिंग सेंटरों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। नगर में लहचूरा रोड, राजपूत कॉलोनी, थाने के पास, बस स्टैंड, राठ रोड पर दर्जनों कोचिंग बग़ैर रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रही हैं। विभागीय  उदासीनता के चलते छात्रों सहित अभिभावकों को कठिनाई से गुजरना पड़ रहा हैं और उनसे मनमानी फीस वसूली जा रही है।
शासन ने बिना रजिस्ट्रेशन के कोचिंग सेंटरों के संचालन पर रोक लगा रखी है। बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से ये नियमों को ताक पर रख संचालित हो रहे हैं जिसका खमियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। स्कूल कॉलेज में शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक कोचिंग संस्था खोल रखे हैं।
शिक्षक स्कूलों में समय पर न जाकर अपने घरों में ट्यूशन, कोचिंग में छात्रों को पढ़ा रहे हैं। इन कोंचिंग संचालकों द्वारा एक बैच में 150 से 200 छात्रों को छोटे हॉल में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है।
नवीन शिक्षण सत्र शुरू होने के साथ ही नगर में कोचिंग क्लासेस की बाढ़ सी आ गई हैं। शासकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक छात्रों को कोंचिंग में पढऩे को बाध्य करते हैं। इसके चलते छात्र कोंचिंग में पढऩे को मजबूर हैं। कोंचिंग खोलने वाले शिक्षकों द्वारा स्कूल की पढ़ाई में लापरवाही बरती जाती है। शिक्षकों ने कोंचिंग सेंटरों को मोटी कमाई का जरिया लिया है।
बिना मापदंड के संचालित हो रहे कोंचिंग सेंटर
नगर में संचालित कोचिंग सेंटरों की बात करें तो शासन द्वारा निर्धारित मापदंड पर खरे उतरते नजऱ नहीं आते हैं। जबकि कोई भी कोचिंग सेंटर चलाने के लिए सबसे पहले पंजीयन कराना आवश्यक होता है। यहाँ कई सालों से बिना पंजीयन व नियमों की अनदेखी कर कोचिंग सेंटरों का संचालन किया जा रहा हैं
इनका कहना-
आपके द्वारा जानकारी मिली हैं शिकायत मिलने पर इन कोचिंग संचालकों के खिलाफ जांच करवाकर कार्यवाही करते हैं।
 एमके कोटार्य, डीईओ, छतरपुर