छतरपुर। पिछले दिनों कलेक्टर ने एक आदेश जारी करते हुए छतरपुर से पन्ना, सतना, खजुराहो और राजनगर जाने वाली बसों का रूट बदलते हुए बसों का संचालन शहर की बजाय महोबा रोड के फोरलेन से करने के निर्देश बस संचालकों को दिए थे। कलेक्टर द्वारा जारी किए गए इस आदेश से नाराज बस यूनियन के सदस्यों ने शनिवार को बैठक कर उक्त आदेश को अस्वीकार कर दिया और अधिकारियों से दूरभाष पर बात कर अपनी समस्या बताई, जिस पर अधिकारियों ने यूनियन के पक्ष में आश्वासन दिया है।
बस यूनियन के महामंत्री उमेशचंद्र अग्रवाल और भगवतशरण अग्रवाल ने बताया कि गत 31 जनवरी को कलेक्टर कार्यालय में यातायात की बैठक हुई थी, जिसमें न तो बस संचालकों को बुलाया गया और न ही बस यूनियन के पदाधिकारियों को। बस संचालकों से बात किए बगैर ही कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए छतरपुर से पन्ना, सतना, खजुराहो और राजनगर की ओर जाने बसों का रूट बदल दिया। कलेक्टर के आदेशानुसार अब से बसों का संचालन महोबा रोड के फोरलेन से किया जाना है, लेकिन इस मार्ग से बसों का संचालन करने में बस चालकों को दस्तावेज संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, जिससे बस यूनियन नाराज है। श्री अग्रवाल ने बताया कि चूंकि उनकी बसों के परमिट, बीमा आदि पुराने मार्ग के हैं, अब ऐसे में यदि वे नए मार्ग से बसों का संचालन करेंगे और कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए बस संचालकों को जिम्मेदार माना जाएगा और उनके पास सही दस्तावेज भी नहीं होंगे। बैठक के दौरान यूनियन के सदस्यों ने जिला परिवहन अधिकारी और एसडीएम से दूरभाष पर संपर्क कर अपनी समस्या से अवगत कराया जिस पर अधिकारियों ने फिलहाल पूर्व के मार्ग से बसों का संचालन करने की अनुमति प्रदान की और जल्द ही समस्या का निराकरण कराने का आश्वासन दिया। यूनियन ने आपसी सहमति से यह निर्णय भी लिया है कि यदि उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो यूनियन हड़ताल करने के लिए बाध्य होगी।