छतरपुर। बमीठा थाना क्षेत्र में ग्राम देवगांव में पास बीती शाम दो बाइकों के बीच हुई भिड़ंत में एक आदिवासी परिवार के युवक की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी और दो बच्चियां घायल हुई हैं। मृतक के परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ ने युवक का समय पर इलाज नहीं किया जिस कारण से उसकी मौत हुई है। नाराज परिजनों ने शनिवार की सुबह जिला मुख्यालय पर चक्काजाम कर दिया, जिससे सैकड़ों लोग कई घंटे तक परेशान होते रहे। मौके पर पहुंचे अधिकारियों की समझाइश के बाद परिजन शांत हुए।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम बृजपुरा का रहने वाला 27 वर्षीय संजयदत्त आदिवासी, बमीठा क्षेत्र के झमटुली रामघाट मेले में दुकान (जनरल स्टोर) लगाने गया था। उसके साथ उसकी पत्नी अंजली (25 वर्ष), बेटी दीप्ती (5 वर्ष) तथा नित्या (3 वर्ष) भी मेले में थीं। शाम करीब साढ़े 7 बजे संजयदत्त अपने परिवार के साथ मेले से वापिस घर आ रहा था, तभी देवगांव के पास सामने से आ रही एक अन्य बाईक से उसकी टक्कर हो गई। दुर्घटना में संजयदत्त, उसकी पत्नी और दोनों बेटियां घायल हुई थीं, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में रात करीब साढ़े 3 बजे संजयदत्त की मौत हो गई। संजयदत्त के परिजनों का आरोप है कि रात करीब 8 बजे संजयदत्त को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के अलावा उसे बचाने के कोई प्रयास नहीं किए। परिजन, चिकित्सकों से बार-बार इलाज करने अथवा रेफर करने की मिन्नतें करते रहे लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। कई घंटों तक तड़पने के बाद संजयदत्त ने दम तोड़ दिया। इतना नहीं नहीं संजयदत्त के चचेरे भाई राम सिंह आदिवासी ने अस्पताल के डॉक्टर और नर्स पर पैसे मांगने के भी आरोप लगाए हैं।
नाराज परिजनों ने किया चक्काजाम
शनिवार की सुबह करीब साढ़े 7 बजे संजयदत्त की मौत से नाराज परिजनों ने छतरपुर के छत्रसाल चौक पर चक्काजाम कर दिया। परिजनों का यह हंगामा 9 बजे तक चला और इस दौरान सैकड़ों लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। हंगामे की सूचना मिलने पर सीएसपी अमन मिश्रा के नेतृत्व में सिटी कोतवाली और सिविल लाइन थाना का पुलिस बल, एसडीएम अखिल राठौर सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। काफी देर तक समझाइश और अस्पताल प्रबंधन पर लगे आरोपों की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर परिजनों ने जाम खोला।
इनका कहना
सड़क दुर्घटना में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हुई है, परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ द्वारा पैसे मांगे जाने तथा इलाज में लापरवाही किए जाने के आरोप लगाए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
डॉ. जीएल अहिरवार, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल छतरपुर
सुबह के वक्त छत्रसाल चौराहे पर चक्काजाम किया गया था, मौके पर जाकर प्रदर्शनकारियों की बात सुनी गई और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया गया।
अमन मिश्रा, सीएसपी, छतरपुर