22 घंटे बाद भी नहीं निकल सका खदान में डूबे चालक और डंफर,रेस्क्यू जारी

छतरपुर। जिले के गौरिहार पुलिस अनुविभाग अंतर्गत प्रकाश बम्होरी थाना क्षेत्र की कंडाही पहाडिय़ा के समीप मौजूद पत्थर खदान में बीती शाम एक डम्फर चालक, मय वाहन के गिर गया। घटना के करीब 22 घंटे बाद भी चालक का शव और डम्फर खदान से बाहर नहीं निकल सका है। सुबह से ही पुलिस टीमें रेस्क्यू में लगी हुई हैं।
स्थानीय लोगों से जानकारी मिली है कि मृतक का नाम मनोज पुत्र सुरेन्द्र पाल था, जिसकी उम्र करीब 20 वर्ष थी और वह मूलत: हटवा गांव का रहने वाला था। मनोज वर्तमान में मकरबई खोड़ा में रहता था तथा पेशे से ट्रैक्टर चालक था। ट्रैक्टर चालक होने के बावजूद खदान संचालक ने मनोज को डम्फर चलाने की जिम्मेदारी दी थी। बुधवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे जब मनोज पाल बनाफर ग्रेनाइट कंपनी के डम्फर क्रमांक एमपी 16 एच 1880 को अलकनंदा ग्रेनाईट की पत्थर खदान से बाहर निकाल रहा था तभी डम्फर अनियंत्रित होकर पानी से लबालब भरी करीब 40 फीट गहरी खदान में गिरकर डूब गया। खदान में चालक सहित डंफर गिरने की खबर मिलते ही गांव के लोगों खदान पर एकत्रित हो गए, साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर एसडीएम बलवीर रमन, तहसीलदार शारदा प्रसाद सोनी, एसडीओपी नवीन दुबे, थाना प्रभारी सहित भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। रात को अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू शुरु नहीं हो सका। गुरूवार की सुबह एसडीआरएफ, गोताखोर और क्रेन मशीन को मौके पर बुलाकर रेस्क्यू शुरु कराया गया। शाम पौने 6 बजे खबर लिखे जाने तक खदान में डूबे डंफर और मनोज के शव को बाहर नहीं निकाला जा सका है।
नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
दोपहर तक जब मनोज पाल का शव खदान से बाहर नहीं निकला तो परिजन और ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया। ग्रामीणों ने ज्योराहा के समीप मुख्यमार्ग पर चक्काजाम करते हुए हांगामा शुरु कर दिया। हंगामे की खबर लगने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने परिजनों को समझाइश दी और अपने द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया तब प्रदर्शनकारी शांत हो गए।
इनका कहना
प्रकाश बम्हौरी थाना क्षेत्र की अलकनंदा ग्रेनाईट पत्थर खदान में एक डम्फर गिरकर डूब गया है। डम्फर के साथ चालक भी खदान में गिर गया था। एसडीआरएफ, गोताखोर और क्रेन मशीन की मदद से डम्फर और चालक के शव को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है।
विदिता डागर, एएसपी, छतरपुर