छतरपुर। ब्रह्माकुमारीज किशोर सागर द्वारा संस्थान की प्रथम मुख्य प्रशासिका आदरणीय दादी प्रकाशमणि जी का 17वां पुण्य स्मृति दिवस बहुत ही श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
इस अवसर पर छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा ने दादी जी के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान गुणों एवं शक्तियों से विभूषित दादी प्रकाशमणि जी ऐसी सशक्त महिला का नाम है जिन्होंने महिलाओं को शक्ति स्वरूपा बनने का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया एवं उनकी छिपी हुई शक्तियों को जागृत किया। दादी जी के ही कुशल नेतृत्व के कारण संस्थान को संयुक्त राष्ट्र संघ ने गैर सरकारी संस्था के तौर पर आर्थिक एवं सामाजिक परिषद का परामर्शक सदस्य बनाया एवं यूनिसेफ ने भी अपने कार्यों में अपना सहभागी बनाया। आपके नेतृत्व में संस्था ने विश्व शांति हेतु कई रचनात्मक एवं सार्थक कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किए उनकी उपलब्धियां को देखकर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने सन् 1987 में एक अंतरराष्ट्रीय तथा पांच राष्ट्रीय स्तर के शांति दूत पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। दादी जी की ही दूरदृष्टि कुशल प्रशासन, स्नेह, विश्व बंधुत्व की भावना और परमात्मा शक्ति का ही नतीजा है कि आज संस्थान के विश्व के 140 देशों में सेवाकेंद्र हैं। नम्रता की प्रतिमूर्ति थी राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि। ऐसी प्यारी दादी जी का आज हम 17वां पुण्य स्मृति दिवस मना रहे हैं जिसे ब्रह्माकुमारीज़ विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाती है। इस अवसर पर सभी ब्रह्माकुमारी बहनों ने एवं सभी भाई बहनों ने प्रकाश की तरह चमकती दादी जी को दीप जगाकर पुष्प माला एवं तिलक लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।