भाजपा नेता व अधिवक्ता सीताराम राय पर जानलेवा हमला

बकस्वाहा। बकस्वाहा में बुधवार शाम एक सनसनीखेज घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। भाजपा नेता व अधिवक्ता सीताराम राय और मेडिकल संचालक रामकुमार दुबे पर नकाबपोश हमलावरों ने लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। टहलने निकले दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हमले के विरोध में गुरुवार को बकस्वाहा में पूर्णता बाजार बंद और नेशनल हाईवे पर जाम ने जनजीवन को पूरी तरह ठप कर दिया।
नकाबपोश हमलावरों ने बोला हमला
पुलिस के अनुसार, घटना बुधवार शाम की है जब सीताराम राय और रामकुमार दुबे टहल रहे थे। अचानक नकाबपोश हमलावरों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। दोनों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमलावर मौके से फरार हो गए, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया।
नगर बंद, हाईवे जाम, जनप्रतिनिधियों का गुस्सा
हमले के विरोध में गुरुवार सुबह से ही बकस्वाहा में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। स्थानीय व्यापारी, जनप्रतिनिधि और समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। नेशनल हाईवे पर घंटों जाम रहा, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। प्रदर्शन में क्षेत्रीय विधायक रामसिया भारती, पूर्व विधायक प्रदुम्न सिंह लोधी, भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। विधायक रामसिया भारती ने कहा, पुलिस की निष्क्रियता के कारण अपराधी बेखौफ हो रहे हैं। दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। पूर्व विधायक लोधी ने भी पुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कठोर कार्रवाई की माँग की।
ज्ञापन सौंपा, पुलिस पर दबाव
प्रदर्शन के बाद प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी, अपराध नियंत्रण के लिए ठोस कदम, और थाना पुलिस की जवाबदेही सुनिश्चित करने की माँग की गई। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज होगा।
पुलिस की जाँच शुरू, तनाव बरकरार
पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। हालाँकि, स्थानीय लोग पुलिस के दावों से संतुष्ट नहीं हैं और क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। यह हमला बकस्वाहा में बढ़ते अपराध और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर लोगों के आक्रोश को और भड़का रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो स्थिति और बिगड़ सकती है। इस घटना ने न केवल बकस्वाहा बल्कि पूरे छतरपुर जिले में सनसनी फैला दी है।