गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी के पहले और बाद की सभी योजनाओं का लाभ मिले: कलेक्टर
छतरपुर। कलेक्टर पार्थ जैसवाल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में सीएमएचओ डॉ. आर.पी. गुप्ता, डीपीओ महिला बाल विकास राजीव सिंह, सिविल सर्जन जी.एल. अहिरवार, बीएमओ, डीपीएम राजेन्द्र खरे, सीडीपीओ सहित जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य प्रोग्राम एवं अनमोल पोर्टल, जननी सुरक्षा योजना, एमवायसीईएन प्रोजेक्ट, मिशन परिवार विकास, आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना, एनसीडी, हेल्थ वेलफेयर सेंटर, आशा प्रोग्राम, कायाकल्प लक्ष्य प्रोग्राम, सीएम हेल्पलाइन, लाड़ली लक्ष्मी योजना, वन स्टॉप सेंटर, बाल शिशु गृह, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद एवं कोविड 19 बाल सेवा योजना, सेम मेम, पीएम मातृ वंदना योजना सहित अन्य बिन्दुओं की विस्तृत और सघन समीक्षा की गई।
कलेक्टर श्री जैसवाल ने जिले में संचालित जननी सुरक्षा एवं 108 एम्बुलेंसों की समीक्षा करते हुए एक महीने में कितने कॉल आए और एटेंड किए गए सहित जीपीएस लोकेशन की जानकारी भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा दुरस्थ क्षेत्रों में समय से एम्बुलेंस पहुंचे। कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्रों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की समीक्षा की।
इसके अलावा ग्राम अंगौर अंतर्गत बीएमओ को दिए गए नोटिस के संबंध में की गई कार्यवाही का स्पष्टिकरण मांगा। कलेक्टर ने सीलोन स्वास्थ्य केन्द्र में सीसीटीवी लगाकर पालन प्रतिवेदन भेजने के निर्देश देते हुए कहा कि अगर स्टॉफ से कोई अवकाश पर जाता है तो तत्काल अन्य अधिकारी कर्मचारी को चार्ज दिया जाए। कलेक्टर ने विशेष रूप से बाजना और लखनगुवां स्वास्थ्य केन्द्र में सीएमएचओ को निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य कार्यों में लापरवाही पर सिविल सर्जन के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्ताव भेजने के निर्देश
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि बीएमओ सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी टूर डायरी नहीं भेजते हैं तो उनकी एक वेतन वृद्धि असंचई प्रभाव से रोकी जाए। कलेक्टर ने अनमोल पोर्टल एवं एचएमआईएस में दर्ज जानकारी में अंतर होने पर कड़ी नाराजगी जताई और प्रोग्रेस ठीक नहीं होने एवं प्रथम एएनसी जांच की जानकारी अपडेट नहीं होने पर बीएमओ लवकुशनगर, गौरिहार, बिजावर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गौरिहार बीएमओ को चतुर्थ एएनसी जांच की ब्लॉक स्तर पर समीक्षा नहीं करने, जानकारी नहीं होने और प्रगति खराब होने पर भी शोकॉज जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही बड़ामलहरा बीएमओ को चतुर्थ एएनसी में कम प्रोग्रेस होने और कारण नहीं बताने पर वेतन रोकने संबंधित प्रस्ताव भेजने के सीएमएचओ को निर्देशित किया।
प्रथम एवं चतुर्थ एएनसी जांच ब्लॉकवार अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में साफ-सफाई में सुधार नहीं होने, जननी सुरक्षा योजना की राशि हितग्राही महिलाओं के खाते में नहीं पहुंचने एवं अनमोल पोर्टल में जानकारी अपडेट नही होने के संबंध में सिविल सर्जन के खिलाफ कार्यवाही के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। साथ ही 10 दिनों में प्रगति सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही नौगांव बीएमओ को अनमोल पोर्टल और एचएमआईएस में एएनसी जांच का पंजीयन समान करने एवं हर विषय में कम प्रगति की जानकारी लिखित में भेजने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि प्रथम एएनसी जांच ष्शतप्रतिशत रहे। साथ ही अनमोल पोर्टल में जानकारी ब्लॉकवार अपडेट दिखे। उन्होंने कहा पोषण टैऊकर और एचएमआईएस में पंजीयन की जानकारी अनमोल पोर्टल के समान रहे। उन्होंने बीएमओ और सीडीपीओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर कार्यों में सुधार करें और समन्वय के साथ काम करें। गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी से पहले और बाद में मिलने वाली जरूरी सेवाएं और लाभ समय से मिले।
कम वजन के बच्चे जन्म लेने पर संबंधित ग्राम में सर्वे के निर्देश
कलेक्टर ने पोषण ट्रैकर की समीक्षा करते हुए महिला बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन ग्रामों में कम वजन के बच्चे जन्म ले रहे हैं उन ग्रामों में सर्वे करें और जांच करें की डिलेवरी के पहले गर्भवती महिलाओं की समय से जरूरी जांचे, आयरन फोलिक, पोषण आहार, टीएचआर सहित जरूरी उपचार एवं लाभ समय से मिला या नहीं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सीडीपीओ फील्ड पर विजिट करें। उन्होंने आशाओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यों की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा जन जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए।
इसके अलावा जन्म उपरांत लावारिस बच्चे मिलने के संबंध में महिला बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि इस तरह की कुरीति को रोकने संबंधी चिंतन कर कोई ठोस कदम उठाएं, ताकि इस तरह की घटनाएं सामने नहीं आएं। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए शिकायतों का शतप्रतिशत संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि जिन डिलेवरी प्वाइंट पर कम डिलेवरी हो रही है वहां की व्यवस्थाओं और सुविधाओं को सुदृढ़ बनाए।