छतरपुर। शहर के चौबे तिराहा के समीप स्थित नीलांचल प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में गांधी जयंती के उपलक्ष में रविवार को तीन दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का शुभारंभ किया गया। शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि महाराज कॉलेज के पूर्व प्राचार्य एवं जीव विज्ञान के ज्ञाता डॉ. जीपी राजौरे रहे। उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा के वैज्ञानिक पक्ष को रखते हुए कहा कि आटोहीलिंग प्राकृतिक चिकित्सा का सिद्धांत जीव के स्वभाव के अनुरूप है, प्रत्येक जीव स्वस्थ एवं दीर्घजीवी होना चाहता है तथा इसके लिए प्रकृति ने सेल के अंदर एक अंग लाइसोसोम की रचना की है, वह हमारे भीतर होने वाली पाचन क्रिया के दौरान विषों को नष्ट कर हमें स्वस्थ बनाता है, न की कोई दवा। उन्होंने कहा कि बच्चों को सभी प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ. दिनेश मिश्रा ने कहा कि सभी प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए मन एवं शरीर को विश्राम देना, उपवास करना, मिट्टी, सूर्य, वाष्प स्नान करा कर रोग मुक्त करना आसान एवं सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि बाहर से हमारे शरीर को वैक्टीरिया, वायरस, अमीबा आदि पैथोजन हमें बीमार कर देते हैं तथा यदि कोशिकाएं अंदर पैथोजैनिक हो जाती है तो कैंसर जैसी बीमारी हमारे सामने आती है। जीव विज्ञान के जानकार डॉ. भगवान सिंह परमार ने कहा कि हमें यदि हमें स्वस्थ रहना है तो शरीर के अलावा मन को प्रसन्न रखने के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा मूल्य आधारित हो, धन की होड़े से हमें बाहर आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के दोहन बहुत सोच-समझकर करने की जरूरत है, भौतिक विकास के नाम पर हम प्रकृति का विनाश कर अपनी कब्र खोद रहे हैं।
कार्यक्रम में सत्यशोधन आश्रम के छात्रों द्वारा जल बचाओ और समाज में सफाई पर जागरूकता पैदा करने वाले नाटक का मंचन किया गया। वहीं काशी विद्यापीठ वाराणसी के राष्ट्रीय सेमिनार में 22 एवं 23 जून को हुए सेमिनार में भाग लेने वाले छतरपुर के प्रतिनिधियों को प्रमाण-पत्रों का वितरण अतिथियों ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित रहे प्रेम नारायण मिश्र, डीपी असाटी, बबलू सरदार, अरुण सिंह परमार ने भी अपने विचार रखे। संचालन प्रमोद सारस्वत तथा डॉ. दिनेश मिश्रा ने किया। उल्लेखनीय है कि शिविर का संचालन 3 अक्टूबर तक होगा। इस अवसर पर सूरजपाल बेनीवाल मथुरा तथा कर्मवीर फरीदाबाद के अलावा जेपी मिश्रा, डॉ. वीरेन्द्र शर्मा, मलखान सिंह , राजेंद्र योगी, सीएम माहोर, विमलेश माहोर, सरदार मिश्र, डॉ. राकेश, नीलांचल मिश्रा, डॉ. मीना मिश्रा, सतीश अहिरवार, वीरेंद्र योगी, प्रभात तिवारी, देवेंद्र भंडारी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।