छतरपुर। शहर में रानी दुर्गावती और रानी अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में देर शाम पथ संचलन निकाला गया। जो मोटे के महावीर मंदिर  से शुरू हुआ और गल्लामण्डी स्थित रामचरित मानस मैदान में सम्पन्न हुआ।
दुर्गा वाहिनी की जिला संयोजिका देवांशी द्विवेदी ने बताया कि प्रांत के निर्देश पर रानी दुर्गावती और रानी अहिल्याबाई होलकर की स्मृति में पथ संचलन निकाला गया है। इसमें मातृशक्ति ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि गरबा के लिए लड़कियां सज-धजकर देर रात तक जाती हैं और अभिभावक उन्हें अनुमति दे देते हैं जबकि पथ संचलन में आने के लिए अभिभावक बहिनों को अनुमति नहीं देते हैं इसलिए हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा बहिनें पथ संचलन में शामिल हों। वहीं मातृशक्ति की जिला संयोजक कल्पना यादव ने बताया कि मातृशक्ति गरबा में तो आगे बढ़ रही है लेकिन तलवार और लाठी भी चलाना सीखे, इसी उद्देश्य के साथ पथ संचलन निकाला गया है। दुर्गा वाहिनी की बहिनें हाथों में तलवार लेकर भांजते हुए निकलीं। यह पथ संचलन मोटे के महावीर मंदिर से शुरू हुआ और छत्रसाल चौक, महल तिराहा, चौक बाजार होते हुए गल्लामण्डी में रामचरित मानस मैदान में समाप्त हुआ।