छतरपुर। एक भारत श्रेष्ठ भारत कैम्प का आयोजन ग्रुप सागर के द्वारा 25 एम. पी. बटालियन छतरपुर में श्री कृष्णा विश्वविद्यालय परिसर में 16 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2024 तक आयोजित किया गया। इस कैम्प में म.प्र., छत्तीसगढ़ तथा गुजरात डायरेक्ट्रेट के 540 कैडिटों ने भाग लिया। इस कैम्प का प्रमुख उद्देश्य भारत को श्रेष्ठ बनाने के प्रति सभी को ढृढ़संकल्पित करना एवं  गुजरात तथा मध्यप्रदेश की संस्कृति को नजदीक से देखने का  अवसर मिला। इस कैंम्प के द्वौरान कैडिट्स खजुराहो, ओरछा, जटाशंकर तथा भीमकुण्ड भ्रमण पर भी गए। यह एक नेशनल स्तर का कैंम्प था इसमें आर्मी, नेवी तथा एयर फोर्स के एनसीसी कैडिटों ने भी भाग लिया। ईबीएसबी कैंम्प के समापन के अवसर पर सागर के ग्रुप कमांडर ब्रिग्रेडियर विकास बहुगुणा, ट्रेनिंग ब्रांच के कर्नल - अश्विनी सुन्दर जी एवं श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बृजेन्द्र सिंह गौतम भी साथ में हैं। समापन के दौरान ग्रुप कमांडर जी द्वारा सभी कैडिटों को मेंडल एवं प्रमाण पत्र दिये एवं कैडिटों को एक अच्छा नागरिक बनने की सलाह देते हुए कहा कि आप समय पर कार्य करें, कम्फर्ट जोन में न रहें कडी़ मेहनत करें तभी सफलता मिलती हैं। इस कैम्प का आयोजन 25 एम.पी. बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर नितिन थापा जी के द्वारा करवाया गया आज दिनांक 27 अक्टूबर को कैंम्प का समापन हो गया।
समापन कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम ने कहा कि विगत 10 दिनों से यहाँ हमारे विश्वविद्यालय के परिसर मेँ  ठ्ठष्ष् का कैंप लगा इन दिनों बहुत ही सुन्दर और अनुशासित माहौल रहा सभी अधिकारियो का हम आभार व्यक्त करते है भारत एक अनोखा राष्ट्र है, जिसका निर्माण विविध भाषा, संस्कृति, धर्म के तानो बानो, अहिंसा और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित स्वतंत्रता संग्राम तथा सांस्कृतिक विकास के समृद्ध इतिहास द्वारा एकता के सूत्र में बाँध कर हुआ हैं। एक साझा इतिहास के बीच आपसी समझ की भावना ने विविधता में एक विशेष एकता को सक्षम किया है, जो राष्ट्रवाद की एक लौ के रूप में सामने आती है यह भावना यहॉ इस कैंम्प में उपस्थित सभी कैडेट्स में देखने को मिली इस भावना को भविष्य में पोषित और अभिलषित करने की आवश्यकता है। समय और तकनीक ने संपर्क और संचार के मामले में दूरियों को कम कर दिया है। ऐसे युग में जो गतिशीलता और आगे बढने की सुविधा प्रदान करता है, विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के सामान्य दृष्टि कोण के द्वारा आपसी रिश्तो में मजबूती करना और राष्ट्र-निर्माण महत्वपूर्ण है। आपसी समझ और विश्वास भारत की ताकत की नींव है और भारत के सभी नागरिकों को सांस्कृतिक रूप से एकीकृत महसूस करना चाहिए। इस कैंम्प में विश्वविद्यालय के लेफ्टिनेंट गौरव शर्मा व निशा बुन्देला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।