भोला अहिरवार मामले की निष्पक्ष जांच कराने अधिवक्ताओं ने एसपी को सौंपा ज्ञापन
नोट: इस समाचार के साथ फोटो 06 लगाएं।
छतरपुर। बीते दिनों भोला अहिरवार द्वारा की गई आत्महत्या और उसके ऊपर दर्ज फर्जी बलात्कार के प्रकरण में निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर जिला अधिवक्ता संघ ने पुलिस अधीक्षक को गुरूवार को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के माध्यम से अधिवक्ता रवि पाण्डेय ने बताया कि ग्राम मौराहा में बीते दिनों भोला अहिरवार द्वारा आत्महत्या की गई थी। श्री पाण्डेय ने कहा कि भोला अहिरवार पर थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा छेड़छाड़ के प्रकरण को फर्जी तरीके से बलात्कार का मामला दर्ज किया गया। इसके बाद उसकी मां को प्रताडि़त कर उनके साथ मारपीट की गई। मानसिक रूप से प्रताडि़त होने पर भोला अहिरवार द्वारा मौराहा में उक्त घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद पुलिस द्वारा भोला अहिरवार को जिंदा पकडऩे का कोई प्रयास नहीं किया गया। इसके बाद आपराधिक षडयंत्र के तहत जब तक उसके द्वारा मृत्युकारित नहीं कर ली गई तब तक उसे प्रताडि़त किया गया। भोला के अंतिम संस्कार के दिन उसके शरीर में चोटें थीं। पुलिस के द्वारा उसे प्रताडि़त किया गया। पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराने की मांग की गई है। वहीं पुलिस अधीक्षक ने जांच का आश्वासन दिया है। वकीलों ने कहा कि अगर जांच का सही निष्कर्ष नहीं निकलता है तो भोला अहिरवार की लड़ाई ऊपर तक लड़ी जाएगी। रवि पाण्डेय ने कहा कि भोला अहिरवार के विरूद्ध आपराधिक षडयंत्र में थाना सिविल लाइन पुलिस सहित दालोन सरपंच शामिल हैं। ज्ञात हो कि भोला अहिरवार भी अधिवक्ता था। ज्ञापन सौंपने के दौरान अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष विनोद गुड्डू दीक्षित सहित अधिवक्तागण मौजूद रहे।