छतरपुर। मध्य प्रदेश शासन के आनंद विभाग द्वारा नागरिकों से जुड़े विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों के कार्य व्यवहार में सकारात्मकता लाने के लिए लगातार अल्पविराम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। राज्य आनंद संस्थान के सीईओ आशीष कुमार के मार्गदर्शन में सागर संभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का नियमित प्रशिक्षण नौगांव में चल रहा है। बुधवार 25 सितंबर से निवाड़ी जिले के अधिकारियों कर्मचारियों का तीन दिवसीय आवासीय आनंदम सहयोगी प्रशिक्षण शुरू हुआ। संभाग के ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर लखनलाल असाटी के साथ श्रीमती आशा असाटी, निवाड़ी  जिला संपर्क व्यक्ति बृजेंद्र कुमार पुरोहित, सागर से रामकेश टेकाम, अनिल कुमार राय तथा नरेंद्र प्रताप सिंह निवाड़ी द्वारा विभिन्न सत्र संचालित किये जा रहे हैं। पहले दिन लखनलाल असाटी ने  आनंद की अवधारणा पर प्रतिभागियों से सवाल किए, सभी की तरफ से उत्तर उभर कर आया कि आनंद के बढऩे-घटने  का आधार तो संबंध का उतार-चढ़ाव है, पर आनंद बढ़ाने के लिए दिन-रात सुविधा और साधन जुटाए जा रहे हैं, इस चक्कर में व्यक्ति खुद के शरीर के शोषण के साथ-साथ परिवार समाज और प्रकृति का शोषण करने में भी हिचक नहीं रहा है, सुविधाएं जुटाने के चक्कर में गंभीर बीमारियों की चपेट में आ गया है, घर में आंतरिक कलह के साथ-साथ समाज में संबंध भी खराब हो रहे हैं।
 कर्मचारियों ने स्वीकार किया कि उनकी वर्तमान नौकरी से उनके परिवार की इस पीढ़ी की सारी आवश्यकताये तो पहले से ही सुनिश्चित हो चुकी है, पर समाज में सम्मान पाने बड़ा घर, बड़ा मकान, बड़ा प्लाट, महंगे कपड़े आदि की मान्यता में पड़कर उन्हें जुटाने की होड़ में उनका और पूरे परिवार का अमन चैन गायब है। प्रतिभागी शांत समय लेकर यह जान पाए कि उनका अभी तो खुद से रिश्ता भी ठीक नहीं है, खुद के लिए उनके पास कोई समय ही नहीं है, बाहरी दुनिया को देखकर वह अपनी आंतरिक दुनिया को ठीक करना चाहते हैं और इस प्रयास में नाकाम हैं।
प्रतिभागियों ने जीवन के लेखा-जोखा सत्र के माध्यम से मदद कृतज्ञता और क्षमा के भावों पर ध्यान दिया और पाया कि इस पर और अधिक काम करने की जरूरत है। वर्तमान नौकरी से पूरे परिवार की गारंटी हो जाने के बावजूद वह ऊपर वाले के प्रति कृतज्ञ नहीं है। दूसरों में संबंध ना देख पाने के कारण मदद का भाव भी घटा है, क्षमा मांगने और क्षमा करने में भी संकोच है जिस कारण रिश्ते बिगड़ रहे हैं और आंतरिक असंतोष बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण में जनता से सीधे जुड़े  रेवेन्यू, पुलिस, अर्बन एडमिनिस्ट्रेशन और पंचायत विभाग के कर्मचारी सम्मिलित हो रहे हैं।