लोकगीत और नौरता नृत्य के नाम रही देशज समारोह की शाम

खजुराहो। मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा संचालित आदिवर्त जनजातीय लोककला राज्य संग्रहालय खजुराहो में आयोजित साप्ताहिक देशज समारोह में बीती शाम बुंदेलखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की एक अद्भुत झलक देखने को मिली। समारोह में कलाकारों ने बुंदेली लोकगीतों और नोरता नृत्य की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कलाकार नरेन्द्र सेन, भगवनदास यादव, सुश्री महिमा अहिरवार, शैलेंद्र बुंदेला, लक्ष्मण नामदेव, रविन्द्र विश्वकर्मा ने बुंदेली लोकगीतों तथा सुश्री दीपिका पाण्डेय एवं साथी जबलपुर द्वारा नौरता नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया गया। उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड अंचल में नवरात्रि के अवसर पर कुँवारी कन्याओं द्वारा नौरता नृत्य किया जाता है, जो कि नौ दिन चलता है। संगतकार के रूप में अश्वनी कुशवाहा (हारमोनियम), घनश्याम प्रजापती (नग?िया), धीरज अहिरवार (ढोलक), रज्जू विश्वकर्मा (बेन्जो), रोहित मिश्रा (पेड), पट्टू अहिरवार (झींका), नन्द किशोर कुशवाहा (मंजीरा) उपस्थित रहे।