छतरपुर। कलेक्टर संदीप जी.आर. ने बुधवार को जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में चल रहे हर घर नल से जल पहुंचाने के कार्यों में प्रगति लाने के संबंध में जिला पंचायत सभाकक्ष में समीक्षा बैठक की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्रीमती तपस्या परिहार, जीएम जल जीवन मिशन एल.एल तिवारी, पीएचई ईई, सहा. एवं उप यंत्री सहित कॉन्ट्रेक्टर उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री जी.आर. ने ब्लॉकवार समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि पैरेलर वर्क करते हुए कार्य की गति बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि गंभीरता के साथ काम करें। जिससे समयानुसार लोगों के घरों तक नल से जल पहुच सकें। उन्होंने कहा जिस प्वाइंट पर वाल लगवाते है खड़े होकर करवाएं। साथ ही जहां स्त्रोत नहीं मिले है वहां रिवर्क करते हुए बोरवेल करवाएं। उन्होंने कहा ठेकेदारों के बिलों का भुगतान तीन दिवस में ही करें। फिर भी जो ठेकेदार कार्य में देरी करें उनपर पेनल्टी अधिरोपित की जाए। अगर कार्य की गुणवत्ता में कमी है या टैंक, ओएचटी खराब बनें है तो ब्लैकलिस्टेड करने की भी कार्यवाही करने एवं एचक्यूसी को कार्यों को देखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामों में लोगों को वॉटर टेस्टिंग करने के लिए ट्रेनिंग दे एवं डिवाइस उपलब्ध कराएं ताकि शुद्ध पेयजल मिलने का लोग स्वयं टेस्ट कर सकें। उन्होंने कहा गांव की आंगनबाड़ी, हेल्थ सेंटर एवं स्कूलों में अनिवार्यता कनेक्शन दे। उन्होंने कहा जहां लाइन टूटी पाई जाए वहां की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
पानी व्यर्थ न बहाएं लोगों को करें जागरूक
कलेक्टर ने कहा कि अब से घरों के अंदर ही नल कनेक्शन दें जिससे पानी का व्यर्थ दुरुपयोग को रोका जा सके। साथ ही जल देने के लिए लोगों को प्रेरित कर जमा करवाए एवं ग्रामों में मुहीम चलाते हुए नल को अनावश्यक खुला न छोड़े, जल को बचाएं के लिए लोगों को जागरूक करें। वॉटर एचीवर को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाएं। उन्होंने कहा जो जिस ग्राम में बेवजह नल खुले नहीं मिलेंगे उनके सरपंच सचिव एवं जो व्यक्ति पानी बचाएगा तथा व्यर्थ होने से रोकेगा उनको पुरस्कृत करने के निर्देश दिए। साथ ही पानी टंकियों के पास सोकपिट प्लान करें।
स्कूली बच्चों को भी जल बचाने के संबंध में जागरूक करें एवं सेव द वॉटर तकनीकि सिखाएं। उन्होंने कहा जल बचाव के लिए स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें और ब्लॉक स्तर पर जल समिति की बैठक करें।