छतरपुर। पिछले 8 दशक से लगातार चली आ रही प्राचीन परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी जलबिहार महोत्सव का आयोजन श्री श्री 1008 श्री श्रावण द्वादशी मां अन्नपूर्णा मेला जलविहार समिति द्वारा धूमधाम से किया जा रहा है। रविवार की शाम को शहर के सभी प्राचीन मंदिरों के विमानों की शोभायात्रा शहर भ्रमण करते हुए प्रताप सागर तालाब पहुंची, जहां भगवान को जल विहार कराया गया। जल विहार के बाद सभी विमान मां अन्नपूर्णा मंदिर प्रांगण गल्लामंडी में पहुंचे, जहां अगले 8 दिनों तक विमान विश्राम करेंगे। प्रतिदिन रात्रि 8 बजे महाआरती के बाद विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
मां अन्नपूर्णा मेला जलविहार समिति के महासचिव सौरभ तिवारी ने बताया कि 81वें भव्य जल विहार महोत्सव का शुभारंभ 15 सितंबर से हो चुका है, आज से प्रतिदिन रात्रि 8 बजे महाआरती और उसके बाद विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। उन्होंने कार्यक्रमों का विवरण देते हुए बताया कि आज की महाआरती के बाद मेले का शुभारंभ और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जबकि कल यानि कि 17 सितंबर को चिरैया एंड पार्टी के लोकगीत। इसी तरह 18 सितंबर को वृंदावन के कलाकारों द्वारा मयूर नृत्य, 19 को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, 20 को जबाबी कीर्तन क्रांति माला कानपुर व नीलम विश्वकर्मा छतरपुर के बीच होगा। 21 सितंबर को आर्केस्ट्रा, 22 को लोकगीत जय प्रकाश पटैरिया एंड पार्टी के द्वारा, 23 सितंबर को भजन संध्या खनिज देव सिंह चौहान ग्रुप के द्वारा, 24 सितंबर प्रसिद्ध लोकगीत गायक राजा जयसिंह के लोकगीत और 25 सितंबर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मेला जलबिहार महोत्सव का समापन होगा। मां अन्नपूर्णा मेला जलविहार समिति के अध्यक्ष नारायण मिश्रा, समस्त संरक्षक व पदाधिकारियों ने समस्त धर्मप्रेमी बंधुओं से आग्रह किया है कि मां अन्नपूर्णा मंदिर प्रांगण गल्लामंडी में सपरिवार शामिल होकर शहर की परंपराओं को जीवंत रखने में अपना योगदान दें।
जिले भर में विमान पर सवार होकर जल विहार को निकले भगवान
जिला मुख्यालय के अलावा जिले के अन्य ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में परंपरागत तरीके से भगवान की विमान यात्राएं निकाली गईं। ईशानगर कस्बे के बांके बिहारी और अवध बिहारी मंदिर में विराजित भगवान की प्रतिमाओं को विमान में बैठाकर नगर भ्रमण कराया गया और इसके बाद महावीरन तालाब में पहुंचकर भगवान ने जल विहार किया। इस दौरान मंदिर के पुजारी शंकरलाल बाजपेयी, पुजारी पप्पू चौबे, पालकी चालक गौरी रैकवार, मुन्ना रैकवार, सेवा रैकवार, चत्तू रैकवार, कमलेश रैकवार, धनुआ रैकवार, नीरज रैकवार, मलू रैकवार सहित धर्मप्रेमी मौजूद रहे, वहीं ईशानगर पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई। इसी तरह चंदला में भी भगवान को जल विहार कराया गया। चंदला में जल विहार के साथ ही मेले का शुभारंभ भी हुआ, जिसमें रविवार को जबलपुर से आए शिव शक्ति देवी जागरण ग्रुप के कलाकारों और में भजन गायिका संजो बघेल ने प्रस्तुतियां दीं। उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम नगर परिषद के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। शुभारंभ समारोह में नगर परिषद सीएमओ अजय अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष अंशु हर्षित सहित नगर परिषद की टीम और हजारों लोग उपस्थित रहे।