हाजी शहजाद अली की पुलिस रिमांड खत्म, न्यायालय ने भेजा जेल
छतरपुर। गत 21 अगस्त को सिटी कोतवाली थाना पर हुए पथराव की घटना के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद शुक्रवार को न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जिला जेल में दाखिल कराया गया। रिमांड के दौरान पुलिस ने पूरे घटनाक्रम के संबंध में शहजाद से पूछताछ की, साथ ही शहजाद अली के द्वारा नया मोहल्ला में संचालित की जा रही खानकाह से रजिस्टर, दस्तावेज, लोगों के आवेदन और कुछ मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
उल्लेखनीय है कि गत 28 अगस्त को पुलिस ने हाजी शहजाद अली को न्यायालय में सरेंडर करने से पहले गिरफ्तार किया था। बाद में पुलिस द्वारा उसे न्यायालय में पेश कर न्यायाधीश से पूछताछ के लिए 3 दिन की रिमांड मांगी गई, जिसे स्वीकार कर न्यायाधीश ने शहजाद को तीन दिन के लिए कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया था। तीन दिनों तक कोतवाली थाना में पुलिस द्वारा घटनाक्रम से पहले हुई समाज की बैठकों में बनाई गई रणनीति को लेकर सवाल किए और शहजाद के कथन लिए। इसके साथ ही पुलिस 29 अगस्त को पुलिस शहजाद को साथ लेकर उसके द्वारा नया मोहल्ला में संचालित की जा रही खानकाह पहुंची थी। सूत्रों की मानें तो शहजाद अली ने 19 अगस्त को शहर की एक मस्जिद में हुई समाज की बैठक, 20 को मस्जिदों में बंटवाए गए प्रदर्शन कार्यक्रम के पर्चे और मौलाना इरफान चिश्ती द्वारा जारी किए गए वीडियो संदेश के संबंध में पुलिस को कथन दिए हैं। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद शुक्रवार की दोपहर करीब 2 बजे जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद शहजाद अली को विशेष न्यायाधीश उपेन्द्र प्रताप सिंह के न्यायालय में पेश किया गया, जहां से न्यायालय के आदेशानुसार उसे जिला जेल में दाखिल कराया गया।
ट्विटर (एक्स) अकाउंट एक्टिव, शहजाद के वकील ने की जांच की मांग
गौरतलब है कि 28 अगस्त को हाजी शहजाद अली की गिरफ्तारी के बाद भी उसका ट्विटर (एक्स) अकाउंट एक्टिव है, जिसको लेकर न्यायालय में हाजी शहजाद के वकील ने बताया कि उक्त ट्विटर अकाउंट किसी अनजान शख्स के द्वारा चलाया जा रहा है, जिसकी जांच कराई जाए। हालांकि इस मामले में एक दिन पहले ही एएसपी विक्रम सिंह के निर्देश पर पुलिस की साइबर टीम जांच में जुट गई थी, जो यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि हाजी शहजाद अली का ट्विटर अकाउंट किसके द्वारा संचालित किया जा रहा है।