छतरपुर। मियां बीबी राजी, तो क्या करेगा काजी वाली कहावत को चरितार्थ करने वाला मंगलवार को छतरपुर जिला न्यायालय से सामने आया है। अधिवक्ता रवि पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला मुख्यालय के समीपी ग्राम कलानी का रहने वाला गौरव कुशवाहा ईशानगर क्षेत्र के ग्राम पलयन पुरवा की रहने वाली राधा कुशवाहा से प्रेम करता था। जब तक लड़की नाबालिग थी तब तक उनका प्रेम-प्रसंग चलता रहा और लड़की के बालिग होने के बाद प्रेमी जोड़े ने अपने-अपने परिवार के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा। गौरव के घरवालों ने तो प्रस्ताव स्वीकार कर लिया लेकिन राधा के परिजनों ने इस विवाह को स्वीकार नहीं किया। तमाम कोशिशों के बावजूद भी जब राधा के परिजन नहीं माने तो मंगलवार को प्रेमी जोड़े ने छतरपुर जिला न्यायालय में ईश्वर को साक्षी मानकर एक-दूसरे को माला पहनाई और कानूनी विवाह कर लिया। प्रेमी जोड़े द्वारा किए गए इस विवाह के बाद न्यायालय के अधिवक्ताओं ने उन्हें सुखमय जीवन की शुभकामनाएं दी हैं।