मूसलाधार बारिश का प्रभाव, जगह-जगह हुआ जलभराव, फंस गए लोग
छतरपुर। मंगलवार की शाम से लेकर बुधवार देर रात तक बारिश का जिले में लगातार दौर चलता रहा। परिणामस्वरूप जगह-जगह न केवल जलभराव की स्थिति निर्मित हुई बल्कि लोग भी फंस गए। बक्स्वाहा में बादल फटने जैसे हालात बन गए हैं। यहां एक दिन में करीब 10 इंच बारिश दर्ज की गई है। पूरे जिले में एक दिन में 24 इंच बारिश का रिकार्ड भी हो गया है। पिछले साल की कुल बारिश के आंकड़े तक इस साल की बारिश पहुंच गई है। हालांकि बक्स्वाहा जिले की औसत बारिश से 10 इंच से अधिक आगे निकल गया है। यहां अब तक 53 इंच बारिश हो चुकी है। गौरिहार अब भी सबसे पीछे है यहां करीब 20 इंच बारिश हुई है जो पिछले साल की बारिश से 13.4 इंच पीछे है जबकि जिले की औसत बारिश से 22.3 इंच पीछे है।
भू अभिलेख कार्यालय से मिले वर्षा के आंकड़ों के मुताबिक बक्स्वाहा में मंगलवार को मूसलाधार बारिश हुई थी जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया। लोगों के घरों में पानी भरने से वे बुरी तरह प्रभावित हो गए। जिला प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और उनके भोजन आदि की व्यवस्था की। आंकड़ों पर गौर करें तो बक्स्वाहा में अब तक 53 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है जबकि जिले की औसत वर्षा 42.3 इंच है। बड़ामलहरा और बक्स्वाहा आमतौर पर हर वर्ष जिले की औसत बारिश के करीब या आगे निकल जाते हैं। गत वर्ष पूरे वर्षाकाल में 33.4 इंच बारिश दर्ज की गई थी। इस साल यह आंकड़ा आगे निकल गया है। हालांकि मंगलवार तक हुई बारिश का आंकड़ा बुधवार को प्राप्त हुआ उसके मुताबिक जिले में 33.3 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। आंकड़ों पर गौर करें तो बड़ामलहरा में 43.6 इंच, छतरपुर में 26.4 इंच, लवकुशनगर में 22.6 इंच, बिजावर में 35.5 इंच, नौगांव में 28.5 इंच, राजनगर में 37.2 इंच और गौरिहार में 19.9 इंच बारिश दर्ज हुई है।
बक्स्वाहा के बम्हौरी में बचाव कार्य जारी, बाहर निकाले गए आधा सैकड़ा लोग
भारी बारिश को लेकर छतरपुर जिला कलेक्टर पार्थ जायसवाल के निर्देशन में बक्सवाहा के ग्राम पंचायत बम्होरी में एसडीआरएफ को तैनात किया है जिससे प्रशासन और एसडीआरएफ ने बक्सवाहा के ग्राम पंचायत बम्हौरी में बचाब कार्य चालू किया है जल प्रलय को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है एवं जल प्रलय से बस्तियों के निचले इलाकों में और घरों में भरा पानी भरा है बम्हौरी ग्राम पंचायत में बाढ़ के हालात, बम्होरी से शाहगंज रोड पर डॉक्टर खरे की पुलिया के पास तेज बारिश के कारण हुए जल भराव से लगभग एक दर्जन घर पानी से लबरेज एवं जन जीवन प्रभावित हुआ है जिससे मौके पर पहुंची पुलिस, प्रशासन व एसडीआरएफ की टीम के द्वारा बाढ़ में फंसे लगभग 50 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है साथ ही लोगो के खाने-पीने,रुकने की व्यवस्था बम्होरी के विद्यालय में कर दी गई है।
धसान नदी में फंसे 5 लोगों का हुआ रेस्क्यू, कलेक्टर, एसपी पहुंचे मौके पर
भारी बरसात को दृष्टिगत रखते हुए छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल और एसपी अगम जैन के मौके पर पहुंचने से ग्राम सलैया में धसान नदी में फंसे पांच लोगों को बचा लिया गया है जिनमें 1 बच्चा समेत 4 युवक सुरक्षित है। यह रेस्क्यू प्रशासन की टीम और ग्रामीणों की मदद से किया गया है। कलेक्टर और एसपी के पहुंचने से ग्रामीणों को फंसे लोगों की मदद करने में प्रेरणा मिली और तमाम प्रशासनिक और पुलिस के अमले के साथ सहयोग करके गांव के युवाओं ने सभी को सुरक्षित बचा लिया। रेस्क्यू में तीन स्थानीय गोताखोरों रज्जू यादव पिता पप्पू यादव, मंकेश यादव पिता मुन्नीलाल यादव, जीतेन्द्र यादव पिता मलखान यादव निवासी ग्राम सलैया ने फंसे हुए लोगों को नदी के तेज बहाव में तैरकर लोगों को बचाने का प्रशंसनीय कार्य किया है। बाढ़ में फंसे 7 साल के बच्चे ने बताया कि हम सुबह से फंसे हुए थे अंतत: सभी ने मिलकर बचा लिया लिया है। रेस्क्यू के बाद बचाए गए लोगों से पास के मंदिर में अधिकारियों ने काफी देर तक राहत वार्ता की।
टापू पर फंसे लोगों को तैराकों ने बचाया
थाना ईशानगर क्षेत्र अंतर्गत धसान नदी के टापू पर बाढ़ में बालक सहित 2 व्यक्ति के फँसे होने की सूचना प्राप्त हुई। मौके पर पुलिस, प्रशासन की टीम पहुँची। नदी की जल धारा तेजी से बढ़ रही थी, जल स्तर बढ़ रहा था। ईशानगर पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र के अनुभवी तैराकों से संपर्क बनाया गया। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अनुभवी तैराक जितेंद्र यादव, मनकेश यादव, रज्जू यादव द्वारा बाढ़ में फंसे बालक सहित 2 व्यक्ति सुम्मा रैकवार एवं सुनील रैकवार को सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर जिला कलेक्टर पार्थ जायसवाल एवं पुलिस अधीक्षक अगम जैन पहुंचे, स्थिति का जायजा लिया बाढ़ में फंसे लोगों से वार्ता कर हाल-चाल भी जाना।
तहसील कार्यालय में एक फुट से अधिक भरा पानी
लवकुशनगर में सुबह से ही मूसलाधार बारिश होने के कारण नगर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। तहसील कार्यालय में एक फुट से अधिक गहराई तक पानी भर गया। सुबह से बारिश होने की वजह से विभिन्न कार्यालयों का कामकाज काफी प्रभावित हुआ। अधिकारी, कर्मचारी तो अपनी व्यवस्था कर कार्यालय पहुंच गए लेकिन काम करवाने लोग मौसम की मार के आगे कुछ न कर सके।
बान सुजारा बांध के गेट खुलने से कई जगह बढ़ा जलस्तर
बड़ामलहरा क्षेत्र में बनाए गए बान सुजारा बांध में बारिश का पानी अधिक आने से उसकी स्थिति खतरे के निशान से ऊपर हो गई थी। बान सुजारा परियोजना जल संसाधन उपसंभाग क्रमांक 1 बल्देवगढ़ के एसडीओ आरएस सेजवार ने चेतावनी जारी की थी कि धसान नदी में पानी की आवक बढऩे से बांध से सुबह साढ़े 8 बजे बांध के 12 गेट डेढ़-डेढ़ मीटर खोले जाएंगे। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत बांध के गेट खोले गए जिससे धसान नदी का जलस्तर 9 मीटर या कहीं इससे भी अधिक बढ़ गया। पलेरा और गर्रोली चौकी में पुलिस तैनात रही ताकि लोगों को समझाइश दी जा सके। उधर कुम्हेड़ नदी का जलस्तर बढऩे से बेलाताल-कुलपहाड़ रोड बंद हो गया।
जिला मुख्यालय कई जगह बनी जलभराव की स्थिति
तेज बारिश के कारण जिला मुख्यालय में भी कई जगह जलभराव की स्थिति बन गई। सागर रोड में लॉ कॉलेज के सामने उदयनगर कॉलोनी में लोगों के घरों में पानी घुस गया। वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय में भी पानी चला गया। बताया जाता है कि नाले की नियमित सफाई न हो पाने की वजह से यह स्थिति निर्मित हुई है। उधर चौबे कॉलोनी में पीपल चौराहे के पास पानी भरने से यातायात बाधित हुआ।