छतरपुर। मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एवं अर्बन अफेयर्स भारत सरकार द्वारा जारी नवीन गार्बेज फ्री सिटीज की रेटिंग में छतरपुर द्वारा 3 स्टार प्राप्त किया गया है। स्टार रेटिंग की शर्तें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन स्पेक्ट्रम में 25 प्रमुख मापदंडों पर आधारित हैं और शहरों को उनकी प्रगति का आकलन करने में मदद करती है। कलेक्टर संदीप जी.आर. ने इस उपलब्धी के लिए सीएमओ माधुरी शर्मा सहित पूरी स्वच्छता टीम को बधाई दी है। कलेक्टर संदीप जी.आर. के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में छतरपुर नगर पालिका द्वारा शहर को कचरा मुक्त शहर बनाए जाने हेतु लगातार सतत प्रयास किए गए जिसमें नवीन कचरा वाहन खरीदे गए एवं घर-घर कचरा कलेक्शन कराया गया। उल्लेखनीय है कि पहली बार छतरपुर कचरा मुक्त शहर की थ्री स्टार रेटिंग में शामिल हुआ है।
कलेक्टर श्री जी.आर. के निर्देशन में शहर को बिन फ्री बनाने हेतु जितने भी बड़े डस्टबिन थे उन्हें हटाया गया एवं शहर से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कराया गया। साथ ही वार्डवार कचरा कलेक्शन वाहनों के रूट निर्धारित कर संचालन कराया गया और शहर वासियों के लिए वार्ड अनुसार व्हाट्सएप गु्रप बनाया गया जिसमें कचरा वाहन पहुंच की जानकारी दी गई। इस सुविधा से समय पर कचरा कलेक्ट करने में आसानी हुई तथा तीव्र रोशनी वाली हाईमस्ट लाइट लगने से विभिन्न जगहों पर लोंगो द्वारा कचरा फेंकना बंद हुआ। शहर में विभिन्न स्थानों पर व्यवसायिक क्षेत्र में लिटरविंस लगाए गए। व्यवसाय क्षेत्र में प्रतिदिन तीन बार सफाई की गई, प्रतिदिन नाइट स्वीपिंग की गई प्रत्येक वार्ड में व रहवासी क्षेत्र में नगर पालिका के स्वच्छता मित्रों व स्वच्छता सुपरवाइजर की जानकारी दीवारों पर लिखवाई गई। समय-समय पर जागरूकता अभियानों के माध्यम से भी लोगों को शहर को कचरा मुक्त बनाने हेतु जागरूक किया गया किया गया। नगर पालिका छतरपुर द्वारा कचरा पर संस्करण केंद्र सुचारू रूप से चलाया गया जिसमें जिसमें चार  प्लांट एमआरएफ प्लांट कंपोस्टिंग प्लांट एफटीपी प्लांट एवं सीएमडी प्लांट का संचालन एवं संधारण नियमित किया गया शहर को कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) में 3स्टार रेटिंग प्राप्त हुई। उल्लेखनीय है कि यह रेटिंग स्वच्छता के उच्च मानकों की दिशा में प्रगति करने के लिए शहरों की आकांक्षाओं पर आधारित है। पारदर्शिता और मानकीकरण सुनिश्चित करने के लिए स्टार रेटिंग एक मजबूत सत्यापन तंत्र द्वारा समर्थित है। एक निश्चित स्टार रेटिंग प्राप्त करने के लिए शहरों को स्व-मूल्यांकन और स्व-सत्यापन करना आवश्यक था। इस स्व-घोषणा को 1-स्टार, 3-स्टार, 5-स्टार और 7-स्टार कचरा मुक्त रेटिंग के लिए मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एवं अर्बन अफेयर्स भारत सरकार द्वारा नियुक्त एक स्वतंत्र तृतीय-पक्ष एजेंसी ज्ञ।छज्।त् के माध्यम से सत्यापित किया गया था।