छतरपुर। जानकी नवमीं के पावन अवसर पर शहर के हनुमान टौरिया के पीछे स्थित श्रीराम हर्षण रामजानकी मंदिर में जानकी मैया का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर रामार्चा महायज्ञ रखा गया। अयोध्या धाम से पधारे जगद्गुरू बल्लभाचार्य महाराज ने रामार्चा महायज्ञ के बारे में कथा सुनाते हुए कहा कि इस महायज्ञ से दुर्लभ से दुर्लभ सिद्धि प्राप्त हो जाती है। इतना ही नहीं यदि असाध्य रोग हैं और उनका निवारण नहीं हो रहा तो रामार्चा यज्ञ के प्रताप से असाध्य रोग मिट जाते हैं।
जानकारी के मुताबिक श्रीराम हर्षण रामजानकी मंदिर में सुबह से सीता मैया के जन्मोत्सव का कार्यक्रम शुरू हुआ। अभिषेक के साथ ही विशेष पूजा अर्चना की गई। इसके बाद दोपहर में बधाई गीतों की धूम रही। गीतों के साथ श्रद्धालु नृत्य करते भी दिखाई दिए। जगद्गुरू बल्लभाचार्य महाराज भी इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल हुए। चूंकि वर्तमान में उनकी कथा जिले में चल रही है इसलिए वे अपना समय निकालकर जानकी मैया के जन्मोत्सव में मंदिर पधारे। महाराजश्री ने रामार्चा महायज्ञ की कथा के बारे में बताया कि जिसके पास खाने-पीने और रहने की व्यवस्था भी नहीं है यदि वह विधिविधान से रामार्चा महायज्ञ कराता है तो उसकी मनवांछित कामना पूरी होती है। इस महायज्ञ से शत्रु सेना का विनाश होता है और शत्रुता का भाव खत्म होता है। महायज्ञ के दौरान भण्डारे का भी आयोजन किया गया।