अच्छे कार्यों को अन्य पंचायतों के लोगों को बताएं: संयुक्त सचिव श्री राजपूत
छतरपुर। जल शक्ति अभियान कैच द रेन कार्यों एवं आकांक्षी जिले अंतर्गत कार्यों की शनिवार को भारत सरकार के संयुक्त सचिव एन.बी.एस. राजपूत ने कलेक्टर संदीप जी.आर. के साथ जिला पंचायत सभाकक्ष में समीक्षा बैठक की। बैठक में जल शक्ति अभियान कैच द रेन अंतर्गत जिले में लिए गए कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। इस दौरान एसीईओ जिला पंचायत चन्द्रसेन सिंह, ईई पीडब्ल्यूडी आर.एस. शुक्ला, सीएमएचओ डॉ लखन तिवारी, सीएमओ माधुरी शर्मा, कृषि अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
संयुक्त सचिव श्री राजपूत द्वारा जल संरचनाओं का सीमांकन उपरान्त अतिक्रमण हटाकर चारों ओर मुनारे लगाये जाने की जानकारी ली। साथ ही तालाबों के गहरीकरण, पुराने कूप एवं बावडिय़ों का जीर्णाद्धार, शासकीय भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग एवं फीडर चेनल से हटाए गए अवरोध आदि कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा जल संरक्षण हेतु ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम पानी पंचायत, जल चौपाल, नुक्कड़ नाटक, रैली, सोशल मीडिया, स्लोगन चित्रकला इत्यादि करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाए गये है, उनका रखरखाव भी किया जाए। साथ ही अधिक से अधिक रिचार्ज शाफ्ट बनाएं। अभी तक 1235 शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य जा चुका है तथा पीएचई विभाग द्वारा 21 रिचार्ज शाफ्ट बनाये गये है।
संयुक्त सचिव श्री राजपूत द्वारा निर्देशित किया गया कि पौधे बड़े साइज के रोपें और जिले के ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर जहां उत्कृष्ट कार्य किया गया है तो दूसरे ब्लॉक और दूसरी अन्य पंचायतों के लोगों की विजिट कराएं। उन्होंने वाटर कंवर्जेशन की भी जानकारी ली। उन्होंने जिले में विभिन्न कार्यों में की गई वेस्ट प्रैक्टिस एवं चंदेलकालीन बावडिय़ों के जीर्णोद्धार कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बावड़ी का रखरखाव उपयोगकर्ता से कुछ राशि ली जाकर ग्राम के लोगों का ही एक समूह बनाकर किया जाए। उन्होंने पूर्ण हो चुके कार्यों की जियोटैगिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही नवीन आंगनवाड़ी भवनों को स्कूल कैम्पस के अंदर बनाने के लिए भी निर्देशित किया।
संयुक्त सचिव श्री राजपूत द्वारा आकांक्षी जिले अंतर्गत विभिन्न बिन्दुओं की समीक्षा की गई। उन्होंने छतरपुर शहर की सिंचाई कॉलोनी में बनने वाली हाईटेक सेंट्रल लाइब्रेरी, सिंगल बिंडो सुविधा, चन्द्रनगर में बनने वाले टेराकोटा म्यूजियम के मॉडल को देख खुशी जाहिर की।