छतरपुर। ब्लड का अभाव न हो इसमें स्वैच्छिक रक्तदानियों का बहुत बड़ा योगदान होता है। अक्सर देखा गया है कि काफी मात्रा में लोग ब्लड बैंक जाकर स्वत: रक्तदान करने पहुंचते है। इसी क्रम में आपाजी ब्लड ग्रुप के रफत खान ने जानकारी देते हुए बताया कि  ब्लड बैंक में प्राय: किसी न किसी ब्लड ग्रुप की रिक्तिका हो जाती है जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बात की जानकारी के बाद पत्रकार अब्दुल हनीफ बॉली ने मानवीय भावनाओं के अंतर्गत स्वैच्छिक रक्तदान करने की मंशा प्रकट की और तुरंत जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में आकर जीवन का पहला रक्तदान किया। इस मानवीय सोच की रक्तदान के समय उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की।