पुलिस के पेट्रोल पंप पर हुआ लाखों का घोटाला

शासकीय कर्मचारियों सहित 5 पर मामला दर्ज, पुलिस की साख पर उठे सवाल
छतरपुर। छतरपुर के पुलिस लाइन रोड पर स्थित पुलिस कल्याण केंद्र पेट्रोल पंप में वर्ष 2019 से 2022 के बीच 65 लाख रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ऑडिट जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने तीन शासकीय कर्मचारियों सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों में सेवानिवृत्त कार्यवाहक उप-निरीक्षक, दो पुलिसकर्मी और दो निजी कर्मचारी शामिल हैं, जिन पर रिकॉर्ड में हेराफेरी कर पंप की राशि का दुरुपयोग करने का आरोप है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित जांच टीम ने 100 पेज की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर इस घोटाले का पर्दाफाश किया है। जांच में पाया गया कि पुलिस कल्याण केंद्र पेट्रोल पंप में वर्ष 2019 से 2022 के दौरान बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं की गईं। आरोपियों ने स्टॉक रजिस्टर, नकद जमा राशि और बैलेंस शीट में हेराफेरी कर 65 लाख 41 हजार 195 रुपये का घोटाला किया है। इस घोटाले में सेवानिवृत्त कार्यवाहक उप-निरीक्षक राजभुवन सिंह निवासी खड्डी, रीवा पर आरोप है कि उन्होंने पेट्रोल पंप पर लेखापाल के रूप में रहते हुए रिकॉर्ड में गलत प्रविष्टियां कर नकद राशि को हड़पने की साजिश रची। जबकि पंप पर 2018 में सहायक के रूप में तैनात आरक्षक भूपत सिंह ने अनियमितताओं को छिपाने में सहयोग किया। प्रधान आरक्षक ज्ञान प्रकाश अहिरवार पर आरोप है कि उन्होंने भी 2019 से पंप पर सहायक के रूप में तैनात रहते हुए रिकॉर्ड की जांच और वरिष्ठ अधिकारियों को अनियमितताओं की सूचना नहीं दी। इसके अलावा पंप के सेल्समैन महबूब अली और कलेक्टर सिंह बुंदेला पर स्टॉक और नकद राशि में हेराफेरी करने के आरोप हैं। मामले का पर्दाफाश होने के बाद जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार आरोपियों ने डिप रजिस्टर का संधारण जानबूझकर नहीं किया, ताकि अनियमितताएं छिपाई जा सकें। स्टॉक रजिस्टर में गाडिय़ों की आमद को दर्ज नहीं किया गया, ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस में हेराफेरी की गई और नकद जमा राशि को गलत तरीके से बढ़ाने-घटाने का खेल किया गया। बहरहाल पुलिस उक्त 5 लोगों के विरुद्ध धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है, ऑडिट रिपोर्ट में 65 लाख से अधिक के घाटे की पुष्टि हुई है।
इनका कहना
छतरपुर के पुलिस लाइन रोड स्थित पुलिस कल्याण केंद्र पेट्रोल पंप में 65 लाख रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। ऑडिट में गड़बडिय़ां सामने आने के बाद गठित जांच कमेटी ने घोटाले की पुष्टि की। इसके आधार पर सिविल लाइन थाना में पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अमन मिश्रा, सीएसपी, छतरपुर