छतरपुर। शहर के गांधी आश्रम में इन दिनों गर्मियों की छुट्टियों को कलात्मक स्वरूप देने के उद्देश्य से बाल रंग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर के माध्यम से बच्चे अपने भीतर छिपी हुई प्रतिभाओं को उभारने का काम कर रहे हैं।  
गांधी आश्रम की सचिव दमयंती पाणी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी एक महीने की बच्चों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सुबह से योगाभ्यास, चित्रकला, गीत, संगीत, नृत्य और अभिनय की कक्षाओं में बच्चे अपनी कलाओं को निखारने का काम कर रहे हैं। युवा प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में शहर के कोने-कोने से बच्चे आकर प्राकृतिक वातावरण में अपनी छुट्टियों का समुचित उपयोग कर रहे हैं। वरिष्ठ रंगकर्मी शिवेंद्र शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2005 में इस तरह की अभिनव कार्यशाला का शुभारंभ शहर में पहली बार किया गया। इसके बाद अब हर वर्ष यह अनवरत जारी है। कार्यशाला के दौरान खेल-खेल में बच्चे अपने भीतर छिपी प्रतिभाओं को बेहतर ढंग से सामने लाते हैं। कार्यशाला के अंत में मंच पर बच्चों का प्रस्तुतीकरण होता है, जिसमें सामूहिक तौर पर बच्चे नृत्य, नाटक, गीतों आदि की प्रस्तुति देते हैं। वहीं, उनके बनाए गए क्राफ्ट और चित्रों की प्रदर्शनी भी अवलोकन के लिए लगाई जाती है। लगभग 10 प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में बच्चे विभिन्न विधाओं में कलाओं को निखारने का काम करते हैं।