भगवान महावीर के जीवन पर केंद्रित परीक्षा में शामिल हुए तीन सौ परीक्षार्थी
छतरपुर। अपने धर्म, संस्कृति और तीर्थंकरों की शिक्षा, संदेश एवं सिद्धांतों को प्रगाढ़ता से जानने एवं समझने की एक सार्थक पहल के तहत जयजय अतिशय क्षेत्र डेरापहाड़ी पर मुनिद्वय के सानिध्य में जैन धर्मावलंबियों के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर के जीवन पर केंद्रित एक ज्ञानपूर्ण परीक्षा सम्पन्न हुई। इस परीक्षा में 300 प्रतिभागियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। अब विजेताओं को परिणाम आने पर दीपावली पर पुरस्कृत किया जाएगा।
जैन समाज के डा. सुमति प्रकाश जैन ने बताया कि आचार्य श्री आर्जवसागर महाराज के शिष्य मुनिश्री विलोक सागर एवं मुनिश्री विवोध सागर का चतुर्मास छतरपुर नगर में हो रहा है। वर्तमान में मुनिद्वय जय जय अतिशय क्षेत्र डेरा पहाड़ी पर विराजमान हैं जिनके सानिध्य में वर्तमान शासन नायक 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जीवन पर आधारित डेढ़ सौ प्रश्न दस दिन पहले सभी जैन अनुयायियों को दिए गए थे। इसकी एक घंटे की लिखित परीक्षा रविवार को जय जय अतिशय क्षेत्र डेरा पहाड़ी के वर्णी हाल में आयोजित हुई थी। धार्मिक प्रभावना से परिपूर्ण इस परीक्षा में 300 परीक्षार्थी उल्लास के साथ सम्मिलित हुए।
अब इस परीक्षा का रिजल्ट दीपावली के सुअवसर पर घोषित किया जाएगा। परीक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को जैन समाज कमेटी द्वारा सम्मानित किया जाएगा। जैन समाज के अध्यक्ष अरुण कुमार जैन, उपाध्यक्ष अजय फट्टा, रितेश जैन सहमंत्री अजित जैन, डेरा पहाड़ी मंत्री आरके जैन, संजीव वासल , विजय जैन, सेवानिवृत प्रो नरेंद्र कुमार जैन, पवन जैन आदि समाजजनों की देखरेख में भगवान महावीर के जीवन से आधारित परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हुई।