खजुराहो। विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो के आदिवर्त जनजातीय संग्रहालय के सांस्कृतिक गांव के अंतर्गत हो रहे भवन निर्माण में भारी अनियमितताऐं हो रही हैं,उक्त भवन निर्माण में अमानक निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है,उक्त भवनों के निर्माण में क्रेसर डस्ट का उपयोग किया जा रहा है,इस तरह की गड़बडिय़ाँ देखने वाला कोई नहीं है,मौके पर भवनों का लेंटर डालने वाले मजदूरों ने बताया कि राकेश अहिरवार का काम चल रहा है प्रत्येक घान में 6 से 7 तसला डस्ट,गिट्टी 7 तसला तथा एक बोरी सीमेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है,इंजीयर से प्राप्त जानकारी के अनुसार जो सही नहीं है,उक्त भवन निर्माण में संग्रहालय विभाग के भास्कर पारके ने बताया कि यहां पर सिद्धार्थ शर्मा जो रीवा से आते हैं वही निर्माण का काम देखते हैं बाकी सामग्री के लिए उन्होंने वेंडर्स के द्वारा मंगाई है,उन्होंने इस भवन निर्माण के इस्टीमेट के बारे में बताया कि इसका कोई इस्टीमेट नहीं है जितना लगता जाता है वही बताया जाएगा।
उक्त निर्माण के संबंध में नगर परिषद खजुराहो के सी.एम.ओ.-बसंत चतुर्वेदी ने बताया कि उनके कार्यालय से कोई अनुमति नहीं ली गई है,मैं जांच कराकर कार्यवाही करूंगा।
उक्त निर्माण कार्य जल संसाधन विभाग की बेनीसागर बांध की खजुराहो से निकली नहर के किनारे किया जा रहा है,इस संबंध में विभाग के इंजीनियर एस.के.पटैरिया ने बताया कि उक्त निर्माण के लिए विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई है जो भी हो रहा है वह अतिक्रमण के दायरे में आएगा मैं दिखवाता हूँ,वैसे नहर के किनारे आजू-बाजू दोनों तरफ 25 फिट छोड़कर ही निर्माण किया जा सकता है।
डस्ट के इस्तेमाल करने पर नगर परिषद राजनगर के उपयंत्री-महेन्द्र पटेल ने बताया कि हमारे नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत निर्माण कार्य में डस्ट या ऐमसेन्ट का इस्तेमाल नहीं किया जाता क्योंकि पर्याप्त मात्रा में नदी की बालू उपलब्ध हो जाती है।