छतरपुर। जिले में खाद के लिए मारामारी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन किसानों को समितियों के बाहर हंगामा करना पड़ रहा है, बावजूद इसके खाद नहीं मिल पा रहा है। दो दिन पहले जहां बमीठा क्षेत्र के किसानों ने हाईवे पर चक्काजाम किया था, तो वहीं गुरूवार को हरपालपुर में खाद न मिलने से नाराज किसान रेल की पटरी पर बैठ गए। चूंकि जिस वक्त किसान पटरी पर बैठे थे उसी समय ट्रेन भी आने वाली थी, जिसके चलते पुलिस-प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। ट्रेन आने से पहले मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला और किसी तरह किसानों को पटरी से हटाकर ट्रेन निकलवाई। बाद में मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने अपनी मौजूदगी में खाद वितरण कराया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरूवार की सुबह 6 बजे से किसान हरपालपुर के खाद वितरण केन्द्र पर पहुंच गए थे। किसानों को इस समय यूरिया की आवश्यकता है जो कि वितरण केन्द्र पर उपलब्ध था लेकिन यहां के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा वितरण करने से इंकार कर दिया गया, जिससे किसान आक्रोशित हो उठे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हरपालपुर-राठ रोड पर स्थित रेल्वे क्रॉसिंग पर जाकर पटरी के ऊपर बैठ गए। किसानों के हंगामे के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। करीब एक घंटे तक किसान नारेबाजी करते हुए मीडिया के कैमरों के सामने अपनी परेशानी बताते रहे। किसानों ने बताया है कि गोदाम में खाद उपलब्ध होने के बावजूद खाद नहीं दिया जा रहा है और खाद की कालाबाजारी हो रही है। किसानों ने कहा कि हरपालपुर की निजी दुकानों पर 500 रुपये की बोरी बेची जा रही है, जबकि शासन का रेट 265 रुपये है। इसी बीच ट्रेन के आने का समय हो गया। किसानों का कहना था कि चाहे ट्रेन उनके ऊपर से ही क्यों न निकल जाए लेकिन वे नहीं हटेंगे, जैसे ही यह खबर पुलिस तक पहुंची, पुलिस और प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। हंगामा शुरु होने के करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची थाना पुलिस द्वारा किसानों को ट्रेन आने का हवाला देकर पटरी से हटने के लिए कहा गया, जिसको लेकर पुलिस और किसानों के बीच हल्की झड़प भी हुई। बड़ी मशक्कत के बाद ट्रेन आने से पहले किसानों को पटरी से हटाया गया और ट्रेन की क्रॉसिंग हुई। इसी बीच छतरपुर एसडीएम अखिल राठौर, तहसीलदार संदीप तिवारी और नायब तहसीलदार पूजा भोरहरि मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने किसानों से बात की और उन्हें यूरिया दिलाने का भरोसा दिया तब जाकर किसानों ने जाम खोला। पुलिस और अधिकारियों ने अपनी मौजूदगी में जाम में फंसे वाहनों को निकलवाया जब जाकर हालात सामन्य हुए। इसके बाद उक्त अधिकारी खाद वितरण केन्द्र पर पहुंचे, जहां नियमानुसार खाद वितरण का कार्य शुरू कराया गया।
जाम में फंसा बीमार महिला का वाहन, गोद में ले गए परिजन
किसानों के हंगामे के कारण लगे जाम में एक बीमार महिला का वाहन भी फंस गया था, जो कि चलने की स्थिति में नहीं थी। बीमार महिला के परिजनों ने हालात के मद्देनजर महिला को कंधे पर लादकर अस्पताल जाना मुनासिब समझा और इसी पर अमल करते हुए परिजन बीमार महिला को कंधे पर लादकर पैदल अस्पताल तक ले गए।