छतरपुर। अब तक मीटर रीडरों के माध्यम से घरों में लगे बिजली के मीटर की रीडिंग ली जाती थी लेकिन अब ये मीटर रीडर बेरोजगार होने वाले हैं क्योंकि जल्द ही नए स्मार्ट मीटर लग रहे हैं। छतरपुर के 43 हजार बिजली उपभोक्ताओं के मीटर बदले जा रहे हैं। शुरूआती तौर पर शहर के 18 में से दो फीडर पर यह काम शुरू कर दिया गया है। कार्यपालन यंत्री एआर मिश्रा ने स्मार्ट मीटर लगाए जाने के इस कार्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह मीटर न सिर्फ बिजली चोरी रोकेंगे, बल्कि गलत रीडिंग के कारण उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी को भी खत्म कर देंगे। उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य कंपनी ने शहर के पन्ना रोड और बस स्टेण्ड से शुरू कर दिया गया है।
बिजली कंपनी के स्मार्ट मीटर लगने के बाद एक बटन से ही बिजली सप्लाई सिस्टम रोकी और चालू की जा सकेगी। जिले के विभागीय अधिकारियों के अनुसार अभी यह शुरुआती दौर है। आगे इसमें प्रीपेड सिस्टम भी लागू होने की संभावना है। छतरपुर डीई के अनुसार शहर में करीब 43 हजार बिजली कनेक्शन हैं। इनमें से 13 हजार कमर्शियल उपभोक्ता हैं। इनमें इंडस्ट्रियल सहित अन्य शामिल हैं। बाकी के 30 हजार घरेलू कनेक्शन हैं। स्मार्ट मीटर का सिर्फ नाम ही नहीं, इसमें कई स्मार्ट तकनीकों का भी उपयोग किया है। बता दें कि इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि रियल टाइम यूनिट मिल सकेगी। यानी एक-एक मिनट में खपत होने वाली यूनिट का हिसाब रहेगा। हालांकि अभी यह सुविधा शुरू होने में समय लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटिक हो जाएगा। जानकारी के अनुसार स्मार्ट मीटर में 45 से 50 दिन की मीटर रीडिंग का हिसाब रहेगा।
मीटर से छेड़छाड़ पर अलर्ट कमांड सेंटर को मिलेगा छतरपुर डीई आरए मिश्रा ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने से रीडिंग की गड़बड़ी से मुक्ति मिलेगी और सही बिल जनरेट होगा। मीटर रीडिंग की शिकायतें शून्य, बिजली बिल ज्यादा नहीं मिलेगा। सप्लाई बंद होने पर सिर्फ कंट्रोल रूम पर कॉल करना होगा और सप्लाई चालू कर दी जाएगी। वहीं बिजली कंपनी को भी मीटर से छेड़छाड़ करने पर अलर्ट कमांड सेंटर को मिलेगा। बिल जमा नहीं करने की स्थिति में कनेक्शन काटने के लिए कर्मचारियों को पोल पर चढऩा नहीं पड़ेगा, एक स्विच दबाते ही सप्लाई बंद हो जाएगी।