नाटक फिल्मिश के साथ हुआ राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव का समापन
छतरपुर। डीएटीसीसी एवं जिला प्रशासन छतरपुर द्वारा कलेक्टर संदीप जी.आर. की पहल पर तीन दिवसीय छतरपुर थिएटर फेस्टिवल का सोमवार को फिल्मिश नाट्य प्रस्तुति के साथ समापन हुआ। यह आयोजन नाट्य प्रेमियों को लुभाने एवं कलाकारों के हुनर को निखारने के लिए किया गया था। छतरपुर थिएटर फेस्टिवल का तीसरे और अंतिम दिवस 15 जनवरी को शाम 6:30 बजे से फिल्मिश (चंडीगढ़) की नाट्य प्रस्तुति का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश शुक्ला, कलेक्टर संदीप जी.आर. एवं पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के मुख्यातिथ्य में हुआ। कार्यक्रम के दौरान नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चौरसिया भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। साथ ही डिप्टी कलेक्टर जी.एस. पटेल, सीएसपी अमन मिश्रा सहित गणमान्य नागरिक एवं नाट्य प्रेमी उपस्थित रहे।
अंतिम दिवस की प्रस्तुति में एक नया फिल्म लेखक जब अपनी कहानी अपने ग्रुप में सुनाता है तो साथ ही उसका नाट्य रूपातंरण भी होता है और तमाम दोस्त अपनी तरह से उसमें बदलाव करते हैं जिससे जबर्दस्त हास्य निकलकर आता है। जिसे नाट्य प्रेमियों द्वारा खूब सराहा गया। उल्लेखनीय है कि शहर के ऑडिटोरियम में चल रहे समारोह के पहले दिन लव बग नाटक की प्रस्तुति मुबई के कलाकारों द्वारा किया गया। दूसरे दिन टेलर मास्टर से ड्रामा डायरेक्टर बन जाने की कहानी को हास्य व्यंग्य के माध्यम से द ग्रेट राजा मास्टर ड्रामा कंपनी का मंचन शंखनाद नाट्य मंच छतरपुर के स्थानीय कलाकारों द्वारा किया गया। अंतिम दिवस की प्रस्तुति के साथ ही छतरपुर थिएटर फेस्टिवल का पर्दा गिरा। अतिथियों द्वारा कलाकारों एवं इस फेस्टिवल में भूमिका निभाने वाली शंखनाद नाट्य की टीम एवं आयोजन के संयोजक शिवेन्द्र शुक्ला सहित पूरी टीम के सदस्यों को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। नाट्य मंच का संचालन एवं आभार प्रदर्शन अंकुर यादव द्वारा किया गया। कलेक्टर श्री जी.आर. ने अपने संबोधन में कहा की जिले के कलाकारों में मंचीय नाट्य प्रस्तुति को निखारने छतरपुर थिएटर फेस्टिवल आयोजित किया गया। जिले में बच्चों को नाटक की बारीकियां सीखाने के लिए समर कैंप भी चलता है। उन्होंने कहा नाट्य प्रस्तुतियों ने जिले में थिएटर लेवल को एक्टिव किया है। छतरपुर जिले के कलाकार भी अच्छा प्रदर्शन कर अन्य जगहों पर प्रस्तुतियां दें। कलेक्टर श्री जी.आर. ने कहा जिले के बच्चे कल्चर आर्ट और मनोरंजन के दिशा में भी प्रयास करें। जिले में बढ़ते हुए थिएटर के अच्छे आर्टिस्ट हैं।